सभी ऑक्सीजन सिलेंडर जुलाई 2020 में खरीदे गए थे। इसका मतलब है कि तब से, दिल्ली सरकार ने मेडिकल ऑक्सीजन के लिए सिलेंडर और टैंक खरीदने के लिए कोई पैसा खर्च नहीं किया।
बत्रा अस्पताल ने शनिवार सुबह से ही ऑक्सीजन की कमी के बारे में जानकारी देना शुरू कर दिया था, लेकिन अस्पताल में ऑक्सीजन कमी की खबर सामने आने के बाद भी केजरीवाल सरकार ने कुछ नहीं किया और अंत में 12 मरीजों की जान चली गई।
कोरोना संक्रमितों की सबसे ज्यादा तादाद महाराष्ट्र में है। वहाँ आज भी बीते 24 घंटे में 63, 282 नए मामले सामने आए हैं। 30 अप्रैल तक के डेटा के मुताबिक महाराष्ट्र में कुल संक्रमित की गिनती 46 लाख से ऊपर जा चुकी है।
गौतम गंभीर ने कहा कि जिस प्रकार हमनें दिल्ली में ऑक्सीजन सिलेंडर और फैबीफ्लू दवा मुफ्त में उपलब्ध कराई थी, ठीक उसी प्रकार हम 200 ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर भी मुफ्त में उपलब्ध करा रहे हैं।
दिल्ली के बत्रा अस्पताल में बुरी खबर आ रही है। बत्रा अस्पताल के डायरेक्टर का कहना है कि यहाँ पर भर्ती 8 मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी के चलते हो गई है। जिसमें एक डॉक्टर भी शामिल हैं।
केजरीवाल सरकार को हाई कोर्ट की फटकार के बावजूद दिल्ली में ऑक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी धड़ल्ले से जारी है। एक ट्विटर यूजर बताया है कि कैसे यह गोरखधंधा चल रहा है।