बिहार में बालू माफिया और उसके गुर्गों ने एक महिला माइनिंग इंस्पेक्टर को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है। इंस्पेक्टर मिन्नतें करती रहीं। माइनिंग टीम के सदस्यों को भी पीटा गया।
बिहार में ज़हरीली शराब से गरीब मर रहे हैं। उनमें जागरूकता का अभाव है। उनके परिवारों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार क्यों? आम जनता पर क्यों थोपा जा रहा दोष?
बिहार के पूर्वी चम्पारण में ज़हरीली शराब से हुई मौतों को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिर से इफ्तार पार्टी में व्यंजनों का आनंद लेते दिखे।
बिहार के मोतिहारी में एक मूक-बधिर युवती से गैंगरेप का मामला सामने आया है। मुर्गी फार्म में बंधक बनाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया।
मनीष कश्यप को केस संख्या 63 दी गई थी। लेकिन, जब लंच हुआ तब तक 43 मामलों की ही सुनवाई हो पाई। तमिलनाडु सरकार की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता संजय हेगड़े और अमित आनंद तिवारी पेश हुए।