चार्जशीट के मुताबिक़, तीनों आरोपितों ने 4 जून की घटना के एक सप्ताह बाद कथित रूप से पीड़िता का अपहरण और सामूहिक बलात्कार किया था। तीस हज़ारी कोर्ट 10 अक्टूबर को इस मामले की सुनवाई करेगा।
"चिन्मयानंद ने उसका बलात्कार किया और जब उसने खुद को बचाने का प्रयास किया तो चिन्मयानंद द्वारा उसके कपड़े फाड़ दिए गए। चिन्मयानंद के आश्रम के सुरक्षा गार्ड सहित 4 लोगों ने इस बात की पुष्टि की है कि..."
पुलिस की पूछताछ में इस बात का ख़ुलासा हुआ है कि आसिफ़ अपनी हवस को मिटाने के लिए छोटे बच्चों (4-11 वर्ष के) को शिकार बनाता था। आसिफ़ ने पुलिस को बताया कि वो 6 बच्चों के साथ कुकर्म कर चुका है।
दलित लड़की गाँव में ही पास के खेत में चारा काटने गई थी, जहाँ नावेद और अब्दुल ने उसे दबोच लिया और जबरदस्ती उसे एक सुनसान इलाके में ले गए। दोनों ने बंदूक की नोंक पर बलात्कार किया। आरोपितों ने इसका वीडियो भी बनाया और इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।
इतना सब कुछ सहने के बाद भी पीड़ित बच्ची का दिल अपने माँ-बाप का बुरा सोच कर सिहर उठता है। वो सोचती है कि अगर उसके पिता को सज़ा हुई तो घर का गुज़ारा कैसे चलेगा। घर में बीमार बूढ़ी दादी है, माँ है - इन सबको कौन देखेगा!
कुछ लड़कियों ने चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर मदरसा प्रशासन के ख़िलाफ़ शोषण की शिकायत की। अनवर कराक्कड़ ने बताया कि पूछताछ में 1 लड़की ने बताया कि मौलवी रफीक ने उसका यौन उत्पीड़न किया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मौलवी को गिरफ्तार कर लिया।
मेडिकल जाँच में खुलासा हो चुका है कि बच्ची के गुप्तांगों पर चोट के निशान हैं। रिपोर्ट पुष्टि करती है कि बच्ची के साथ बलात्कार की कोशिश हुई है। इसके आधार पर रज्जाक के ख़िलाफ़ आईपीसी धारा 376 के साथ पॉक्सो एक्ट की धारा 5 और 6 के तहत मामला दर्ज किया गया।
महिला का बीते साल ही तलाक हुआ था। आरोपी अमजद मुंबई में उसकी बहन का पड़ोसी है। महिला जब भी बहन के पास आती वह उसे घुमाने ले जाता। नजदीकियॉं बढ़ने पर उसने महिला को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
आरोपित युसूफ पीड़िता के गाँव के एक मदरसे में मौलवी है। इस दौरान कई बार उसका खराब बर्ताव और हरकतें जाहिर होने पर ग्रामीणों ने उसे मदरसे से भगा दिया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपित को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पाकिस्तान की ओर से इस साल अब तक 2050 बार सीजफायर का उल्लंघन हो चुका है। इसमें भारत के 21 आम नागरिकों की जान जा चुकी है। भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि वह अपनी सेनाओं पर काबू रखे और 2003 में बने शांति समझौते का पालन करे।