Monday, November 25, 2024

विषय

वामपंथी

कन्हैया कुमार के ख़िलाफ़ CPI ने पारित किया सेंसर प्रस्ताव, पटना में समर्थकों के साथ प्रदेश सचिव से मारपीट और बदसलूकी का आरोप: रिपोर्ट

दिसंबर माह में कन्हैया कुमार पटना में अपने समर्थकों के साथ कार्यालय बैठक के लिए पहुँचे थे, जहाँ कार्यालय सचिव के साथ उनके समर्थकों ने मारपीट की थी।

कैपिटल हिल दंगे भड़काने में वामपंथी एक्टिविस्ट गिरफ्तार, बायडेन के शपथ ग्रहण में लेडी गागा और जेनिफर का परफॉर्म

'ट्रंप विरोधी अनार्किस्ट' वामपंथी कार्यकर्ता जॉन सुलिवान पर अमेरिकी कैपिटल में हुए दंगों में कथित भागीदारी के संबंध में आपराधिक केस दर्ज किया गया है।

क्या स्वामी विवेकानंद ने गीता फेंक कर फुटबॉल खेलने की बात कही थी?

स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि 'गीता पढ़ने से बेहतर है कि फुटबॉल खेलो'। उनका युवाओं से किया गया यह विशेष आह्वान अक्सर विवाद और चर्चा का विषय रहता है।

ट्रंप समर्थक ने कहा- कश्मीर के लिए किया कैपिटल हिल पर हमला, JNU में बना हीरो

“यह कश्मीर के लिए था। यह पूँजीपतियों द्वारा गरीबों पर किए गए अत्याचार करने के लिए था। यह मोदी के लिए एक चेतावनी थी। यह ट्रम्प के लिए नहीं था।"

भारतीय वैक्सीन को बेकार क्यों बता रहे हैं वामपंथी | Ajeet Bharti explains Left, Congress hate for Indian Covaxin

वामपंथियों की पूरी लॉबी विदेशी वैक्सीन बिकवाने के लिए भारत बायोटेक के बेहतर वैक्सीन को ले कर भ्रम फैला रही है कि सही तरीके से नहीं मिली अनुमति, जबकि सच कुछ और ही है

JNU का वो काला दिन, जब वामपंथियों के डर से मिटाने पड़े थे स्वास्तिक और शुभ दीपावली के निशान

"यहाँ सिर्फ एक ही सत्ता है... वामपंथी तानाशाही सत्ता! जिस पर खतरा आते ही हिंसा का बर्बर रूप सामने आ जाता है। ABVP को गुंडा कहने वाले..."

नेपाल में अब ‘लाल सलाम’ नहीं, अपनों को ‘सड़ा हुआ फल’ ब​ता रहे कॉमरेड: खिसियानी ओली, प्रचंड और माधव को नोचे

पीएम ओली ने कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक में पूर्व पीएम (प्रचंड और माधव) के लिए 'सड़े हुए आम जो गिर पड़े हैं' वाली कहावत का प्रयोग किया।

फेक न्यूज़ में द वायर ने घुसाया जातिगत एंगल वहीं आरोपितों के मुस्लिम होने पर छिपाया उनका मज़हब और नाम: जानें क्या है मामला

प्रोपेगैंडा वेबसाइट द वायर ने हिंदू विरोधी खबर को अंजाम देने की जल्दबाजी में न केवल झूठी खबर को फैलाया, बल्कि अपराध को जातिगत एंगल देकर लोगों को भड़काने का भी काम किया।

व्यंग्य: पिज़्ज़ा, डीजे, मसाजर, काम क्या-क्या है, अन्नदाता आ गया है, इंतजाम क्या-क्या है

एमबीए के दौर में इवेंट मैनेजमेंट एक विषय बन चुका है, और आंदोलन में ग्लैमर की कमी हमेशा रही। अगर आंदोलन आदि व्यवस्थित तरीके से नहीं होंगे, तो इस विषय को शादी की प्रीवेडिंग फोटोशूट और 'राते दीया बुता के पीया क्या-क्या किया' वाले नाच तक में ही समेट दिया जाएगा।

वामपंथी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए किसानों को सिख धर्म और गुरु गोविंद सिंह के नाम पर उकसाया: मीडिया रिपोर्ट

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि किसानों का विरोध एक स्वत: आंदोलन नहीं, बल्कि केंद्र सरकार के खिलाफ वामपंथी संगठनों द्वारा सावधानीपूर्वक रची गई साजिश है।

ताज़ा ख़बरें

प्रचलित ख़बरें