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वामपंथी
वामपंथियों-कट्टरपंथियों के कब्जे में किसान आंदोलन, बड़े पैमाने पर हिंसा की प्लानिंग: खुफिया सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट्स में दावा
खुफिया सूत्रों का कहना है कि वामपंथी अतिवादी संगठन किसानों को भड़का कर हिंसा, आगजनी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने की योजना बना रहे हैं।
बेटों के खून से सने चावल माँ को खिलाने वाले वामपंथियों ने दिल्ली दंगों के लिए अमित शाह को ठहराया जिम्मेदार
दिल्ली में हुए हिन्दू-विरोधी दंगों को लेकर CPM ने अमित शाह को जिम्मेदार ठहराते हुए उन पर हिंसा भड़काने और और जाँच में पक्षपात का आरोप लगाया है।
‘सनातन धर्म को उखाड़ फेंकेंगे, भगवा को मिटा देंगे’: तमिलनाडु में हिंदू नेता और IMK प्रमुख अर्जुन संपत पर हमला
तमिलनाडु में DMK और VCK के कार्यकर्ताओं ने IMK प्रमुख अर्जुन संपत का घेराव कर उन्हें बाबासाहेब को श्रद्धांजलि देने से रोकने की कोशिश की।
नक्सलियों का रोस्ट: पलामू में पकड़ाया डिल्डो! अजीत भारती का वीडियो | Naxals caught with dildo in Palamu
"डिल्डो मिलने का मतलब वामपंथी न तो क्रांति कर पा रहे न वामपंथनों को संतुष्ट। कामपंथियों के बजाय रबर-यंत्र चुनने पर वामपंथनों को सलाम!"
संघियों-मनुवादियों को खत्म करने के लिए लश्कर-तालिबान से मदद की ग्राफिटी: मेंगलुरु की सड़कों पर खुलेआम चेतावनी
26/11 हमलों की बरसी के मौके पर मेंगलुरु की दीवारों पर भयावह बातें लिखी (ग्राफिटी) हुई थीं। जिसमें चेतावनी दी गई थी कि ‘संघी और मनुवादियों’ को ख़त्म करने के लिए लश्कर-ए-तैय्यबा और तालिबान की मदद ली जा सकती है।
देखिए 48 घंटों में द वायर ‘मोदी की रैली में कोई नहीं आता’ से ‘बिहार में मोदी को सब चाहते हैं’ कैसे पहुँच गया
द वायर सरीखे एजेंडापरस्त मीडिया समूहों के लिए इस श्रेणी का गिरगिटनुमा विश्लेषण या दावा कोई नई बात नहीं है। प्रोपेगेंडा ही इनका एकमात्र उद्देश्य है भले उसके लिए स्क्रीन पर कुछ अनर्गल ही क्यों न परोसना पड़े।
केरल में सिर्फ 1 सोशल मीडिया पोस्ट पर हो सकती है 5 साल की जेल: FOE की रट लगाने वाले वामपंथियों का नया कानून
केरल के नए क़ानून के अनुसार, पुलिस अगर आपत्तिजनक करार दे तो सोशल मीडिया पोस्ट के लिए भी किसी व्यक्ति को 5 साल की जेल हो सकती है।
‘तुम सब इतने लेफ्ट हो कि अपने राइट हाथ से भी नफ़रत करने लगे हो’: सोनू निगम ने ट्रिब्यून सहित वामपंथी मीडिया को लगाई...
सोनू निगम ने वीडियो में लेख प्रकाशित करने वाले मीडिया समूह के संबंध में कहा, “यह वीडियो उन दल्लों के लिए है।” फिर उन्होंने ट्रिब्यून के संपादक को संबोधित करते हुए कहा, “तू सोता कैसे है दल्ले?”
डियर रेख्ता, हम अगर किसी त्योहार को ‘खून की नदी बहाने का त्योहार’ लिख दें तो सुलग जाएगी
रेख्ता ने एक पोस्टर के जरिए दिवाली और इससे जुड़े कुछ प्रचलित शब्दों को उर्दू शब्दकोश देने की कोशिश की और इसी बहाने इसमें मजहबी अजेंडा को साध लिया।
बिहार को बढ़ना है तो धर्मांतरण, कट्टरपंथ और वामपंथ के कैंसर को हराना ही होगा…
अजीत झा -
बाढ़, बदहाली और बेरोजगारी की पहचान के साथ घिसट रहे बिहार के सामने असल चुनौती वामपंथ, कट्टरपंथ और ईसाई धर्मांतरण की है।