Sunday, November 24, 2024

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हिन्दू धर्म

…वो वक्त जब हिमालय जाकर प्रायश्चित करना चाहते थे भगवान श्रीराम, एक गलत काम करने का था उनको पश्चाताप

रामनवमी के दिन से ही राम को अपने व्यक्तित्व का हिस्सा बनाएँ, राम के वंशज होने के कारण हमें यह बात गाँठ बाँध लेनी चाहिए। जय श्री राम!

बांग्लादेश में ईशनिंदा के नाम पर विज्ञान शिक्षक ह्रदय मंडल गिरफ्तार, इस्लाम और पैगबंर के अपमान का आरोप: जानें क्या है मामला

बांग्लादेश के मुंशीगंज में एक हिंदू शिक्षक को कथित तौर पर पैगंबर का अपमान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

हिमाचल प्रदेश में अब छात्रों को पढ़ाई जाएगी श्रीमद्भगवद्गीता: पाठ्यक्रम में जोड़ा जाएगा नया विषय, गुजरात-कर्नाटक ने भी लिया था फैसला

हिमाचल के शिक्षा मंत्री ने कहा, "छात्रों को उनकी संस्कृति के बारे में जागरूक करने और उन्हें नैतिक बढ़ावा देने हेतु भगवद्गीता पढ़ाने लिया गया।"

होली पर महादेव की काशी से कृष्ण की नगरी तक छाया है उल्लास: होलिका, होलाका, धुलेंडी, धुरड्डी, धुरखेल, धूलिवंदन… हर नाम में छिपा है...

कृष्ण की नगरी मथुरा, वृन्दावन और राधा के बरसाने में होली कई दिन पहले से ही खेली जाती है। तो वहीं बनारस में भी होली रंगभरी एकादशी से बुढ़वा मंगल तक मनाई जाती है।

‘विष्णु और कुत्ते में अंतर नहीं’: राजस्थान के स्कूल में महिला टीचर ने बाँटी ‘हिन्दुइज़्म: धर्म या कलंक’ किताब, अभिभावकों का विरोध-जाँच के आदेश

राजस्थान के भीलवाड़ा में स्कूल की शिक्षिका पर छात्रों को हिन्दू धर्म विरोधी किताब बाँटने के आरोप के बाद विरोध प्रदर्शन हुआ तेज

‘हिन्दू चिह्न स्वस्तिक और नाजी निशान हकेनक्रेज (Hooked Cross) के अंतर को समझें’: कनाडा के सांसद ने प्रोपेगंडा की खोली पोल

कनाडा के सांसद चंद्र आर्य ने वहाँ के पार्लियामेंट में आवाज़ उठाते हुए अपील की है कि नाजियों के निशान 'हकेनक्रेज' की तुलना हिन्दू 'स्वस्तिक' से नहीं किया जाए।

BHU में एक्जीबिशन, प्रोफेसर ने भगवान राम की जगह अपनी और माँ सीता की जगह पत्नी की लगा दी तस्वीर: छात्रों ने की निलंबित...

बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के एक असिस्टेंट प्रोफेसर का विवादित कैलेंडर सामने पर बवाल मच गया है।

कहानी लचिमार बीबी की: जब मुस्लिम सुल्तान से भिड़ गए थे रामानुजाचार्य, ऐसे फिर से शुरू कराई यादवाद्रिपति की बंद हुई पूजा

मेलकोट में यादवाद्रिपति की बंद हो चुकी पूजा और उत्सवों को संत रामानुजाचार्य ने वापस प्रारंभ करवाया। इसके लिए वे मुस्लिम सुल्तान से भिड़ गए थे।

ऋतुराज बसंत: ज्ञान, संगीत, कला की उपासना से लेकर काम और मोक्ष का जीवंत उत्सव भी, जानिए पौराणिक-सांस्कृतिक महत्व

बसंत, बसंत पंचमी, मदनोत्सव, सरस्वती पूजा, होली की प्रारम्भिक शुरुआत, श्मशान में मौत के तांडव पर भारी जीवन का उत्सव – ऋतुराज बसंत यह सब कुछ है।

गैर-ब्राह्मण को गुरु बनाया, महिलाओं को सशक्त किया: जानिए कौन थे ‘Statue Of Equality’ वाले संत रामानुज

संत रामानुजाचार्य का जीवनकाल 120 वर्षों का था। उन्होंने 1037 ईस्वी में अपने शरीर का त्याग किया था। वैष्णव समाज के प्रमुख संतों में उनका नाम आता है।

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