सियासत में कूदने से पहले ही प्रभुनाथ का आस्तीन दाग़दार हो चुका था। 1980 में मशरक के विधायक रामदेव सिंह की हत्या हुई थी और आरोप लगा था प्रभुनाथ सिंह पर।
'सामना' ने यह झूठ बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी द्वारा किए गए वादों में बिहार के लोगों के लिए मुफ्त कोरोना की वैक्सीन की घोषणा को लेकर फैलाया है।