Monday, November 18, 2024

विषय

लोकसभा 2019

110+ सीटों पर चुनाव आयोग की कड़ी नजर: यहाँ होता है ‘बड़ा खेल’, जाएँगे स्पेशल ऑफिसर

चुनावों में धनबल का दुरुपयोग रोकने के लिए आयोग विशेष ‘व्यय पर्यवेक्षकों’ की नियुक्ति करेगा, जिनका कार्य जमीनी हरकत पर नज़र रखने का होगा।

महागठबंधन की गाँठें उभरकर दिखने लगी हैं; गाँठें कैंसर का परिचायक होती हैं

हिन्दी में कहें तो हताश कॉन्ग्रेस के लिए हाथ-पाँव मारकर, नदी में विसर्जन का नारियल निकालने के चक्कर में मरे हुए आदमी की काई जमी खोपड़ी का भी मिल जाना एक उपलब्धि ही है।

प्रियंका चली राहुल की ‘चाल’: प्रयाग से काशी तक बोट यात्रा, हनुमान मंदिर में पूजा

कॉन्ग्रेस का सॉफ्ट हिंदुत्व: प्रियंका गाँधी ने कई मंदिरों के दर्शन करने के साथ-साथ गंगा-आरती में भी हिस्सा लिया। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उनकी बोट यात्रा समाप्त होगी। प्रयागराज में उन्होंने मोतीलाल नेहरू के बनाए स्वराज भवन में रात गुजारी।

टुकड़े-टुकड़े गैंग के सरगना उमर ख़ालिद का पिता पश्चिम बंगाल से चुनाव लड़ने की तैयारी में

सैयद क़ासिम रसूल इलियास मुर्शिदाबाद ज़िले की मुस्लिम बहुल सीट जंगीपुर सीट से वेलफेयर पार्टी ऑफ़ इंडिया (WPI) के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। यह सीट पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत के पास थी।

लोकसभा चुनाव 2019 : बिहार में NDA ने सीटों के बँटवारे का किया ऐलान

कीर्ति आज़ाद के पार्टी छोड़ने के बाद भी पटना सीट को बीजेपी ने अपने पाले में रखा हुआ है। वहीं शत्रुघ्न सिन्हा के चुनाव लड़ने पर भी संशय बना हुआ है।

दिल्ली BJP की माँग: चुनाव के दौरान मस्जिदों में नियुक्त हों विशेष पर्यवेक्षक ताकि मतदाता ‘भटक’ न जाएँ

दिल्ली बीजेपी ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं पर धार्मिक आधारों पर मतदाताओं के धुव्रीकरण का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मस्जिदों में विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त करने की अपील की।

‘परिवारवाद’ से नहीं उबर पा रही है कॉन्ग्रेस, तीसरी लिस्ट में भी दो बड़े नेता-पुत्र किए गए शामिल

'परिवारवाद' कॉन्ग्रेस में अब सीमित न रहकर अपने विस्तार की ओर आगे बढ़ रहा है। बाक़ी नेताओं ने भी कॉन्ग्रेस में रहकर इसकी राह पकड़ ली है।

कॉन्ग्रेस औंधे मुँह गिरने को तत्पर, मोदी को कोसने के सिवा नहीं बचा कोई काम

इस सवाल का जवाब कॉन्ग्रेस बखूबी जानती है कि मोदी ने जिस कुशलता के साथ अपने कार्यकाल को पूरा किया है, वो कॉन्ग्रेस से 70 सालों में नहीं हो सका। राहुल गाँधी और कॉन्ग्रेस पार्टी का गिरता स्तर पता नहीं कब क्या नया बखेड़ा खड़ा कर दे, इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता।

देश के 38.5% मतदाता बेवकूफ़: कॉन्ग्रेस IT सेल प्रमुख

क्या दिव्या और कॉन्ग्रेस देश के उन सभी नागरिकों को बेवकूफ समझते हैं, जिनसे इन दिनों कॉन्ग्रेस वोट माँगने में व्यस्त है?

30 साल में यह पहला ऐसा चुनाव है, जब PM के अलावा कोई और PM का उम्मीदवार नहीं

ऐसे में सिर्फ एक व्यक्ति बचता है जो अभी प्रधानमंत्री है, और आगे भी हर हाल में प्रधानमंत्री बनना चाहता है। जिसके पास न अब सत्ता और षड्यंत्रों के अनुभवों की कमी है, न संसाधनों की, न समर्थकों की, न ऊर्जा की, न मुद्दों की और न ही दिलेरी की।

ताज़ा ख़बरें

प्रचलित ख़बरें