Sunday, November 17, 2024

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हलाला

शाहीन बाग की औरतें: कब माँगेंगी हलाला से, माहवारी आते ही निकाह कर देने की रवायत से आजादी

"सहारनपुर जिले में महिलाओं का हलाला करवाने के लिए मदरसों में लड़कों को रखा जाता है। यही नहीं, उम्र और सुन्दरता के अनुसार वो महिलाओं के हलाला का पैसा लेते हैं।" अब सोचिए, इनकी स्थिति कितनी बदतर है। लेकिन फिर भी आवाज़ उस पर उठानी है, जिस पर इनका समुदाय इजाजत दे।

शौहर ने दिया तीन तलाक, ‘अब्बा’ ने हलाला के नाम पर किया बलात्कार: MP में शर्मनाक घटना

निकाह के बाद से ही निकाई अब्बा उर्फ अनवर खान ने गंदी निगाह रखनी शुरू कर दी थी। जब भी ससुराल के लोग घर पर मौजूद नहीं होते थे, तो वह उसके पास पहुँच जाता था और उसके सामने अश्लील हरकतें करता था। जब पति ने तीन तलाक दे दिया तो उसने कहा, "तुम्हारे शौहर ने तुम्हें तलाक दे दिया है, अब हलाला करने के लिए तुम्हें मेरे साथ संबंध बनाने होंगे।"

दहेज के लिए दे दिया तीन तलाक, अब देवर इदरीश से हलाला का बनाया जा रहा दबाव

पीड़िता के पिता हाजी जहूर ने सूरजपुर एसएसपी को लिखित शिकायत की है कि पीड़िता के ससुराल वाले पहले भी उसके साथ मारपीट करते थे। उसने इस मामले में ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत भी की थी, लेकिन बाद में समझौता हो गया था।

फोन पर तलाक, शौहर ने की दूसरी शादी, अब घर में रखने के लिए ससुर ने रखी हलाला की शर्त

पीड़ित महिला के मुताबिक अपनी बात साबित करने के लिए वह आयोग के सामने प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर सकती है, लेकिन जो वो कह रही है वह सत्य है।

तीन तलाक के बावजूद शौहर बनाता रहा शारीरिक संबंध, अब मामा या भाई से करवाना चाहता है हलाला

शौहर मुनीर ने राबिया को तीन तलाक दे दिया। फिर उस पर हलाला का दबाव बनाने लगा। जब राबिया राजी नहीं हुई तो शौहर राबिया से होटल में मिलता रहा और शारीरिक संबंध बनाता रहा। इस दौरान वह 2 बार गर्भवती हुई तो गर्भपात भी कराया।

‘मेरे छोटे भाई के साथ हलाला कर लो’ – तीन तलाक देने के बाद दोबारा निकाह करने के लिए रखी शर्त

2 महीने पहले पति ने अपनी बीवी से मारपीट की और उसे घर से निकाल दिया। फिर 7 जुलाई को उसने तीन तलाक भी दे दिया। ठीक 14 दिन के बाद अचानक से ससुराल पहुँच बीवी को अपनाने की बात कही लेकिन अपने छोटे भाई के साथ हलाला करवाने के बाद!

शौहर ने दिया तीन तलाक़, ससुर ने हलाला के नाम पर की बहू से ज़बरदस्ती, न्याय की गुहार

यह मामला पहला नहीं है और न ही आखिरी, जिस तरह से मुस्लिम महिलाओं को लगातार तीन तलाक़ और हलाला के नाम पर शोषण और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। वह बहुत ज़्यादा भयावह है। तीन तलाक़ बिल प्रक्रिया में है। जल्द ही ऐसे शख्त कानून को अमल में लाने की ज़रूरत है ताकि तमाम पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को न्याय मिल सके।

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