म्यांमार की फ़ौज ने 'आराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी (ARSA)' और 'आराकान रोहिंग्या आर्मी (ARA)' को 'आराकान आर्मी (AA)' के खिलाफ लड़ने के लिए हथियार से लेकर सैन्य प्रशिक्षण तक दिया है।
आरोप कहा कि दरगाह हज़रतबल पर जुमत-उल-विदा नामक की दुआ के दौरान शहादा देने (ये दोहराना कि अल्लाह के सिवा कोई ईश्वर नहीं) और कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया गया।