मलिकपुरा जाने के लिए कवाल की उन तंग गलियों से गुजरना पड़ता है, जिसमें सचिन और गौरव की निर्मम हत्या की गई थी। आठ साल बाद भी वे जख्म हरे हैं। योगी राज का लॉ एंड ऑर्डर इस पर मरहम सरीखा है।
'डरा हुआ मुस्लिम' नैरेटिव वाली कई खबरें आपने पढ़ी होंगी। लेकिन डरा हुआ मुस्लिम असल में कैसा होता है? वह किससे डरा होता है? मिलिए देवबंद के अहसान राव से।
"ये चुनाव सुरक्षा, सम्मान और यूपी में शांति के स्थायित्व, विकास की निरंतरता और प्रशासन में सुशासन के लिए है। ये चुनाव हिस्ट्रीशीटरों को बाहर करने और नई हिस्ट्री बनाने के लिए है।"