“कई बार मेरे पति आफ़ताब के द्वारा मुझपर अपने दोस्तों के साथ हमबिस्तर होने का दबाव बनाया गया लेकिन मैं अडिग रहीं। हर रोज मेरे साथ मारपीट हुई। मैं अपना नाम तक भूल गई थी। मेरा नाम तो हरामी और कुतिया पड़ गया था।"
लड़कियाँ बजरंग दल से पहले अपने गाँव वालों को और रिश्ते में एक भाई को यह सब बातें बता चुकी थीं। मगर, कहीं उनकी सुनवाई नहीं हुई तो कहीं कहा गया, “जो अब्बा कह रहे हैं उसको मानो।”
"एसडीओ साहब भला गाड़ी से क्यों उतरेंगे? वो तो बाबू हैं, साहब हैं। बहुत बड़े आदमी हैं। बाढ़ पीड़ितों से मैंने आपकी काफ़ी तारीफ सुनी है। कोशिश कीजिए कि मुझे ये दोबारा सुनने को न मिले। पीड़ितों के लिए कैम्प लगाइए नहीं तो आपके दफ़्तर के बाहर धरना दूँगा। ।"
अप्रैल में शेहला रशीद का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें शेहला कह रही थीं कि सारे अमीर व्यक्ति शाम को होटल में बैठकर एक साथ बीफ खाते हैं और दारू पीते हैं। इसके बाद वह कई लोगों के निशाने पर आ गई थीं।
बेगूसराय में महादलित परिवार के घर में घुस कर 2 महिलाओं के साथ बलात्कार की कोशिश की गई। आरोपितों में से एक लड्डू मियाँ को पीड़ितों ने पहचान लिया। लड्डू मियाँ महादलित परिवार को ज़मीन बेचने की धमकी देता रहता है। एक माह पूर्व भी उसने महिला की पिटाई की थी।