"किसी माई के लाल में ताकत नहीं है कि हमको हमारी अब्बा की जमीन पर घुसपैठी करार दे। ये अब्बा की जमीन है और अब्बा की जायदाद में बेटी और बेटे का हिस्सा मिलेगा। अब ये लड़ाई हिस्सेदारी की लड़ाई है।”
एक 'जातउद्घोषक' सरकार में एक जाति विशेष की महिलाओं के चुन-चुन कर बलात्कार किए जाने की बात हो या बाहुबलियों की अतिशयोक्ति, बिहार की ललनाओं की परीक्षा सदियों तक चली।
मतदान केंद्र पर जमा भीड़ को पुलिस ने सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने के लिए कहा, जिससे पुलिस और मतदाता में कहा-सुनी हो गई और ग्रामीणों द्वारा अर्द्धसैनिक बलों को पीटा जाने लगा।
बुजुर्ग का कहना है कि उन्होंने जेडीयू के चुनाव चिन्ह 'तीर' पर वोट डालने की बात कही तो लालटेन वाली राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) समर्थकों ने उनकी बेरहमी से पिटाई कर दी।
आखरी चरण के कुछ क्षण पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहारवासियों के नाम पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने बिहार की जनता से एनडीए पर भरोसा करने और एनडीए की बिहार में सरकार बनाने की बात की है।