Tuesday, October 8, 2024

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Bihar Elections 2020

धूमल सिंह: बिहार का वो मोस्ट वॉन्टेड बाहुबली MLA, जिसकी धमक मुंबई तक थी

पार्टी बदली, इलाका बदला, जेल भी गया लेकिन फिर भी इस बाहुबली का दबदबा कायम रहा। 1987 से सालों तक मोस्ट वांटेड रहे मनोरंजन सिंह को लोग उनके इलाके में ‘धूमल सिंह’ के नाम से बुलाते हैं।

जब छपरा जेल के 1300 कैदियों ने कर लिया था कारागार पर कब्जा: कहानी लालू-राबड़ी युग के ‘जंगलराज’ की

बिहार में लालू-राबड़ी युग के जंगलराज की एक से बढ़ कर एक कहानियाँ हैं। इनमें से एक है छपरा जेल काण्ड। जी हाँ, जेल में रहने वाले कैदियों ने ही जेल पर कब्जा कर लिया था।

नितीश कुमार होंगे NDA का चेहरा: JDU- 121, BJP- 121 पर लड़ेगी चुनाव, HAM को अपने हिस्से से सीटें देगी JDU

नीतीश कुमार ने बताया कि जेडीयू के हिस्से में 122 और बीजेपी के हिस्से में 121 सीटें आई हैं। जीतन राम मांझी की 'हम' पार्टी को जेडीयू अपने हिस्से से सीटें देगी।

व्यंग्य: बिहार चुनाव में टिकट न मिलने पर कन्हैया का धमाकेदार इंटरव्यू ऑपइंडिया पर

इस भावविह्वल कर देने वाले साक्षात्कार में कन्हैबा ने बताया कि उसने वामपंथ का त्याग क्यों कर दिया है।

बिहार चुनाव: जूते-चप्पल, अंडे, मोबिल और पत्थर… सब खाने वाले कन्हैया कुमार को टिकट नहीं

CPI की लिस्ट में कन्हैया कुमार का नाम नहीं है। इससे उनके बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलों को विराम लग गया है।

बलात्कार आरोपितों की बीवियों को RJD का टिकट, तेजस्वी ने हाथरस पर कहा- 2 मिनट के लिए 1 मिनट का मौन रख लेते हैं

RJD ने बलात्कार आरोपित राजवल्लभ यादव और अरुण यादव की पत्नी को इस बार टिकट दिया है। राजवल्लभ जेल में हैं तो अरुण फरार चल रहे हैं।

बिहार: जिसने कहा टिकट के बदले तेजस्वी यादव ने माँगे ₹50 लाख, उस RJD नेता की गोली मारकर हत्या

बिहार के पूर्णिया में राजद नेता शक्ति मलिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शक्ति मलिक ने कुछ दिनों पहले टिकट के बदले पैसे माँगने का आरोप तेजस्वी यादव पर लगाया था।

दलितों को भड़काने की साजिश: हाथरस के बहाने बिहार चुनाव साधने चला विपक्ष, साथ में मीडिया गिरोह भी

सियासत की इस पिच का नाम है बिहार। प्रैक्टिस उत्तर प्रदेश के हाथरस में हो रही। 'दलित प्रेम' को गेंद बनाकर विपक्ष और उसकी वफादार मीडिया उछाल रही है।

बिहार चुनाव: जब 6% के लिए ब्राह्मण-सवर्ण का मुद्दा उछल सकता है तो 15% SC वोटर के लिए क्या कुछ नहीं हो सकता

बिहार के चुनावी आग की गर्मी इतनी तेज होती है कि बिहार से दिल्ली तक कुछ भी सुलग सकता है। अगर संभावनाओं की बात करें तो इससे किसी 'दलित' का झोंपड़ा जल सकता है और इलाके के तथाकथित सवर्णों पर आग लगाने का इल्जाम भी थोपा जा सकता है।

राजद ने नकारा, नीतीश ने दुत्कारा: कुशवाहा के चावल, यादवों के दूध से जो बनाते थे ‘खीर’ और करते थे खून बहाने की बात

किसी से भी भाव न मिलने के कारण बिहार में रालोसपा और उपेंद्र कुशवाहा की हालत 'धोबी के कुत्ते' की तरह हो गई है, जो न घर का रहता है और न घाट का।

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