Sunday, November 24, 2024

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Christians

राँची: 15 साल पहले बने ईसाई, मृत्यु के बाद कब्रिस्तान में दफनाने से इनकार, फादर ने कहा- कब्र खरीदनी होती है

राँची में मृतक का परिवार 15 साल से ईसाई धर्म का पालन कर रहा है। मौत के बाद उसे दफनाने के लिए कब्रिस्तान से संपर्क किया तो.....

स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती: अराधना में थे लीन जब गोलियों से भूना, शव को कुल्हाड़ी से काटा

12 साल पहले ओडिशा में निर्ममता से स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती और उनके चार शिष्यों की हत्या हुई थी।

अर्नब गोस्वामी के ख़िलाफ़ ईसाई संगठन ने भी दर्ज कराई FIR: ‘मोमबत्ती गैंग’ और ‘पादरी’ जैसे शब्दों पर आपत्ति

'क्रिश्चियन यूनाइटेड फेडरेशन' ने अर्नब गोस्वामी के ख़िलाफ़ FIR दर्ज कराई है। ईसाइयों की भावना को ठेस पहुॅंचाने का आरोप लगाया है।

शराब माफिया, मिशनरी, रावण: पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग के पीछे बड़ी साजिश

पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग के पीछे बड़ी साज़िश का पता चला है। इससे यह भी पता चलता है कि पुलिस को देखते ही भीड़ बेखौफ हो गई थी।

राजस्थान: बाँसवाड़ा में फिर हुई गौ हत्या, ‘ईसाई मिशनरीज के प्रभाव के कारण नही रुक रहा सिलसिला’

पाटन थाना क्षेत्र में ईसाई धर्मांतरण गतिविधियाँ पहले से ही सक्रिय थी। गौ हत्या के पीछे भी कहीं न कहीं ईसाई मिशनरी के लोगों का ही हाथ है।

‘डांग आदिवासियों की घरवापसी से घबराए वेटिकन के ईसाई लीडर्स से लेकर सोनिया गाँधी ने किया था क्षेत्र का दौरा’

स्वामी असीमानंद के 40,000 से अधिक ईसाई मिशनरी द्वारा धर्मांतरित इन आदिवासियों की 'घरवापसी' से घबराकर वेटिकन सिटी से लेकर सोनिया गाँधी तक ने डांग क्षेत्र का दौरा किया था।

‘हनुमान और गणेश जानवर हैं, जीसस को अपनाओ: देखिए कैसे पालघर में चल रहा था घृणा का खेल’

भगवान गणेश और हनुमान के लिए आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने वाले ये मिशनरी लोगों के दिलों में हिन्दू देवी-देवताओं के प्रति घृणा भर रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में अक्सर सामने आता ही रहता है।

100 लोगों को जमा कर पादरी सबको एक ही जार से पिला रहा था शराब, नहीं पहना था किसी ने भी मास्क: गिरफ्तार

आँध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में स्थित रयावरम गाँव से एक पादरी हिरासत में लिया गया। पादरी पर आरोप है कि उसने लॉकडाउन के बीच 100 से अधिक लोगों को एक जगह इकट्ठा कर प्रार्थना करवाई। ये कार्यक्रम इसाइयों के पवित्र सप्ताह शुरू होने से पहले आयोजित किया गया।

एक रहस्यमयी चर्च, एक ‘अमर’ पादरी और कोरोना के 7500 मामले: वैश्विक महामारी से यूँ तबाह हुआ दक्षिण कोरिया

वो 'अमर' है। वो'जीसस का दूत' है। 88 वर्षीय ली मैन ही के उस रहस्यमयी चर्च के कारण दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के क़रीब 5000 मामले आए हैं। मिस्टर ली का कहना है कि शिनचेओंजी की तेज़ तरक्की से दुष्ट शक्तियाँ नाराज़ हैं। इस चर्च का एक ब्रांच वुहान में भी हैं।

पहाड़ी से हटाई गई जीसस की प्रतिमा, अतिक्रमण और धर्मांतरण की शिकायतों के बाद कार्रवाई

अधिकारियों ने बताया कि मूर्ति और क्रॉस को कपड़े में लपेटकर चर्च के अधिकारियों को सौंप दिया गया है। एक ग्रामीण ने बताया कि प्रतिमा अब गॉंव के चर्च में रखी गई है।

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