रिपोर्ट के अनुसार करौली में हिंसा से पहले ही हथियार जुटा लिए गए थे। इनमें पत्थर, लाठी और डंडे शामिल हैं। पुलिस ने हमलावरों को रोकने के प्रयास नहीं किए।
झारखंड पुलिस ने रुपेश पांडेय की हत्या को मॉबलिंचिंग मानने से इनकार कर दिया है। उसी क्षेत्र में आने वाले एक मंदिर में हनुमान मूर्ति को क्षति पहुँचने के बाद फिर से तनाव फ़ैल गया था।