Thursday, April 25, 2024
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रजा एकेडमी के ऑफिसों पर महाराष्ट्र पुलिस ने डाली रेड, नासिक नांदेड़, अमरावती में दंगों का मामला: अब तक 119 गिरफ्तार

“नांदेड़ में एफआईआर दर्ज की गई है। रजा अकादमी से जुड़े तीन आरोपित अभी फरार चल रहे हैं। मुझे उनका नाम याद नहीं है, लेकिन जहाँ तक ​​इन गिरफ्तार आरोपितों का सवाल है तो वे दंगे में शामिल थे।"

पिछले महीने त्रिपुरा में मुस्लिमों के खिलाफ हुई कथित हिंसा की आग में बीते दिनों महाराष्ट्र का अमरावती, नांदेड़ और मालेगाँव भी जल गया। इन जगहों पर सैकड़ों और हजारों की संख्या में कट्टरपंथी मुस्लिमों की भीड़ ने साम्प्रदायिक दंगा किया। अब इस मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने कट्टरपंथी इस्लामी संगठन रजा अकादमी के दफ्तरों पर छापेमारी की। इस मामले में पुलिस ने अब तक 119 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी पर हिंसा फैलाने का आरोप है।

रिपोर्ट के मुताबिक ये गिरफ्तारियाँ नासिक ग्रामीण पुलिस और नांदेड़ जिला पुलिस ने संयुक्त रूप से की। गिरफ्तार किए गए लोगों पर पिछले शुक्रवार (12 नवंबर) को बड़े पैमाने पर हिंसा में शामिल होने का आऱोप है। रजा अकादमी ने त्रिपुरा में मुसलमानों को कथित रूप से निशाना बनाए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान हिंसक दंगाइयों की भीड़ ने पुलिस पर हमला करने के साथ ही सरकारी और निजी संपत्तियों में भी तोड़फोड़ की।

इस केस में पुलिस की टीम लगातार छापेमारी कर रही है और बीते दो दिनों में बड़ी कार्रवाई की गई है। नासिक जिले के मालेगाँव स्थित इस्लामपुरा में पुलिस ने सोमवार आधी रात को रजा अकादमी के कार्यालय पर छापा मारकर कई दस्तावेजों को जब्त किया। इस बीच पुलिस की टीम ने दंगे में कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में 55 मुस्लिमों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में अधिकतर रजा अकादमी से जुड़े हुए हैं।

इस घटना को लेकर अधिक जानकारी देते हुए नासिक ग्रामीण के एसपी सचिन पाटिल ने ऑपइंडिया से बात करते हुए बताया, “बुधवार की रात (17 नवंबर) तक हमने 52 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। आज दोपहर (18 नवंबर) हमने तीन और आरोपितों को गिरफ्तार किया है। ऐसा नहीं है कि सभी रजा अकादमी से ही जुड़े हैं, उनमें से कुछ दूसरे संगठनों से भी जुड़े हुए हैं। हम आरोपित व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर रहे हैं। हम जाँच कर रहे हैं और हिंसा के अपराधियों की पहचान करने के लिए सबूत इकट्ठे कर रहे हैं।” इस घटना के मामले में नासिक पुलिस ने पाँच केस दर्ज किए हैं। इस विरोध प्रदर्शन में अखिल भारतीय सुन्नी जमीयत उलेमा से जुड़े लोग भी हिंसक प्रदर्शनों में शामिल थे।

वहीं त्रिपुरा कि कथित हिंसा का भ्रामक और आपत्तिजन वीडियो वायरल करने के मामले में एनसीपी पार्षद अयाज हलचल को साम्प्रदायिक तनाव भड़काने के आरोप में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

वहीं नांदेड़ के पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार शेवाले ने ऑपइंडिया से बात करते हुए बताया कि अब तक 67 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने कहा, “नांदेड़ में एफआईआर दर्ज की गई है। रजा अकादमी से जुड़े तीन आरोपित अभी फरार चल रहे हैं। मुझे उनका नाम याद नहीं है, लेकिन जहाँ तक ​​इन गिरफ्तार आरोपितों का सवाल है तो वे दंगे में शामिल थे।”

नांदेड़ में पिछले हफ्ते इस्लामिक दंगाइयों के पथराव में आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए जबकि पथराव कर करीब एक दर्जन से अधिक गाड़ियों को भी तोड़ दिया गया। इसके अलावा एक स्कूटर को आग के हवाले कर दिया गया। जबकि, नासिक के मालेगाँव में हुए पथराव की घटना में तीन पुलिसकर्मी और सात नागरिक घायल हो गए। इतना ही नहीं भीड़ ने पाँच से छह दुकानों और एक गाड़ी के अलावा सहारा अस्पताल के काँच को तोड़ दिया था।

पवार ने बीजेपी पर दंगे का आरोप लगाया

महाराष्ट्र में तीन शहरों में हुई हिंसा को लेकर एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा है कि दूसरे राज्य में हुई एक घटना को लेकर अमरावती, नांदेड़ और मालेगाँव में दंगे भड़क उठे। इन दंगों में कुछ बुरे लोग शामिल थे।

पुलिस इसकी जाँच करेगी और सच्चाई सामने आएगी। लेकिन, इन दंगों के जवाब में देश (भाजपा) पर शासन करने वाली पार्टी की विचारधारा से जुड़े लोगों ने एक और तरह का दंगा किया। उन्होंने अमरावती में दुकानों पर हमला किया और छोटे उद्यमों को जबरन बंद कर दिया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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