Saturday, November 23, 2024

विषय

Communal Violence

पुन्हाना: महंत रामदास पर हमले में की कार्रवाई की माँग तो पुलिस ने उल्टा 200 हिन्दू कार्यकर्ताओं पर ही दर्ज कर दिया FIR

पुन्हाना में महंत रामदास पर कुछ मुस्लिम गुंडों ने धार्मिक टिप्पणियाँ करते हुए उन पर जानलेवा हमला किया था। इस घटना से आक्रोशित.....

रवीश के ‘अनुराग मिश्रा’ शाहरूख पठान पर चार्जशीट फाइल, दिल्ली हिन्दू विरोधी दंगों में चलाई थी गोलियाँ

हेड कांस्टेबल दीपक दहिया पर गोली चलाने वाले शाहरूख पठान के खिलाफ 350 पृष्ठों से अधिक का आरोप पत्र दाखिल किया है।

हापुड़: जमातियों की सूचना देने पर 300 मुस्लिमों की भीड़ ने लाठी-डंडे, पत्थरों और चाकू से किया हिंदुओं पर हमला, 6 गिरफ्तार

हापुड़ में इमरान पक्ष के लोगों ने पीछे से लाठी-डंडों और हथियारों से लैस होकर प्रशांत पक्ष लोगों पर धावा बोल दिया। जिसके बाद जमकर पथराव हुआ।

मधुबनी: दलित महिला के हत्यारों को बचाने के लिए सरपंच फकरे आलम ने की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बदलवाने की कोशिश

“गाँव में लोगों ने अफवाह उड़ा दी है कि हमने दूसरे मजहब के परिवार से 2 लाख रुपए लेकर मामले को रफा-दफा कर दिया है। ये बिल्कुल गलत बात है। हमने ऐसा कुछ भी नहीं किया है और न ही करेंगे। हम तो कहते हैं कि 1 लाख रुपया मेरे से और ले लो और दोषियों को सजा दो। हमें पैसे नहीं, इंसाफ चाहिए। हमारी माँ चली गई, उनकी मौत नहीं हुई, उनकी हत्या की गई। हमारा एक जान चला गया। हम पैसा लेकर क्या करेंगे? हमें तो बस इंसाफ चाहिए।”

दलित महिला के हत्यारों को बचा रहे MLA फैयाज अहमद! काला देवी के बेटे ने बताई उस रात की पूरी कहानी

“यहाँ पर दो परिवार रहकर इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया। अगर यहाँ पर हिन्दुओं का सिर्फ दो परिवार होता तो ये लोग कब का उजाड़ कर मार दिए होते, घर में आग लगा दिए होते। आज हमारे साथ हुआ है। कल को किसी और के साथ हो सकता है।”

राजस्थान में मंदिर में दीपक जलाने पर दो समुदायों में विवाद: सद्दाम, शाहरुख, जावेद, अरशद, एजाज और जाबिर ने की पत्थरबाजी

बालाजी मंदिर में प्रधानमंत्री के आह्वान पर रूकमानंद सैनी, मनोज सैनी, जीनकूदेवी, कैलाश, सुशीलकुमार तथा भागूराम द्वारा दीपक जलाए जा रहे थे। तभी अचानक सद्दाम, शाहरुख, जावेद, अरशद, एजाज, जाबिर ने आकर उनसे दीपक जलाने से मना किया। इस पर विवाद शुरू हो गया। जिसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उन पर पथराव शुरू कर दिया।

दिलबर नेगी का भी एक सपना था, उसका भी एक परिवार था जो दिल्ली हिन्दू-विरोधी दंगों में जल गया!

24 फरवरी की रात को जब दिलबर नेगी दुकान की बेकरी के गोदाम में सो रहा था, उसी समय दंगाइयों ने गोदाम में आग लगा दी। दंगाइयों ने दिलबर के हाथ-पैर काटे और अधमरी अवस्था में ही उसे आग के हवाले कर दिया। दिलबर के साथी श्याम का कहना था कि दंगाइयों ने उस पर भी हमला किया, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गया।

सोनिया गाँधी का ‘काला कानून’: आज ताहिर हुसैन जैसे दंगाई आज़ाद और जेल में होते दिल्ली के पीड़ित हिन्दू

यदि व​ह बिल कानून बन जाता तो आज ताहिर हुसैन पुलिस के शिकंजे में नहीं होता। उलटा दिवंगत आईबी ऑफिसर अंकित शर्मा के परिवार पर ही कार्रवाई हो रही होती। फ़ारूक़ फैसल गिरफ़्तार नहीं होता, उलटा प्राचीन हनुमान मंदिर की रक्षा के लिए जान हथेली पर रखने वाले हिन्दू ही जेल में होते।

2 बाइक की टक्कर, 2 संप्रदाय के लोग… और एक दर्जन घायल: ‘हिंदू-मुस्लिम तनाव वाली मीडिया रिपोर्ट फर्जी’

बाइक टकराने को लेकर हुई इस झड़प को मीडिया रिपोर्ट्स में साम्प्रदायिक हिंसा का रूप देकर पेश किया जा रहा है। लेकिन ऑपइंडिया ने जब थाने में संपर्क किया तो पुलिस ने कहा कि इस घटना में साम्प्रदायिक हिंसा जैसा कोई मामला नहीं है।

…जिन दिलबर नेगी का हाथ-पैर काटकर आग में फेंका था, उनकी हत्या के आरोप में शाहनवाज गिरफ्तार

दंगाइयों ने दिलबर सिंह नेगी के हाथ और पैर काटने के बाद उनके शरीर के बाकी हिस्से को जलती आग में फेंक दिया था। दिलबर सिंह नेगी उत्तराखंड के पौड़ी जिले स्थित थलीसैण ब्लॉक से सम्बन्ध रखते थे।

ताज़ा ख़बरें

प्रचलित ख़बरें