देशभर में कोरोना की दूसरी लहर से कहर बरपा रही है। रोजाना कोविड-19 के नए मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। इसी बीच देश में पहली बार जानवरों के कोरोना संक्रमित होने की खबर सामने आई है।
यही वो लोग थे जिनके कारण देश में वैक्सीन को लेकर दुष्प्रचार हुआ। कॉन्ग्रेस की मशीनरी ने इस दुष्प्रचार में बड़ा योगदान दिया। ये लोगों के बीच घुले-मिले रहे और चर्चाओं में ही वैक्सीन पर दुष्प्रचार करते रहे।
महाराष्ट्र को 100 टन ऑक्सीजन मुफ्त में उपलब्ध कराने से लेकर अब देश का सबसे बड़ा ऑक्सीजन उत्पादक बन गया है रिलायंस समूह। RIL देश में सबसे ज्यादा मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन कर रहा है।
केजरीवाल सरकार को हाई कोर्ट की फटकार के बावजूद दिल्ली में ऑक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी धड़ल्ले से जारी है। एक ट्विटर यूजर बताया है कि कैसे यह गोरखधंधा चल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पीएम केयर्स फंड से 1 लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कॅान्संट्रेटर की खरीद को अनुमति दे दी है। यह कॅान्संट्रेटर अधिक संक्रमित राज्यों को उपलब्ध कराए जाएँगे।
महाराष्ट्र सरकार ने इस साल जनवरी में यह सोचते हुए कि कोविड-19 संकट खत्म हो गया है एक दिन की बर्खास्तगी की सूचना के साथ 25 फीसदी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को हटा दिया।