सलीम ने सत्तार कोलिया का बछड़ा चुराया। उसकी हत्या करके अपनी बेटी की शादी के दावत में परोस दिया। FIR के आधार पर फॉरेंसिक जाँच कराई गई। जाँच में यह पाया गया कि मामला वाकई में गौकशी से जुड़ा हुआ था। इसके बाद कोर्ट ने...
मामले की जाँच कर रहे अधिकारी राघवेंद्र मिश्रा के अनुसार, उन्हे स्याना हिंसा के 44 आरोपितों के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धारा 124-ए के तहत राजद्रोह लगाने की मंज़ूरी मिल गई है।
अगर गोरक्षा के नाम पर भीड़ द्वारा हत्या की जाती है तो इस तरह के मामलों में 1 वर्ष से लेकर 5 वर्ष तक की सजा दी जा सकती है। अगर कोई एक बार से ज्यादा बार ऐसे अपराधों में शामिल होता है तो उसे दोगुनी सज़ा दी जाएगी।
इससे पहले की एक घटना में, अलवर ज़िले के तिजारा क्षेत्र में, जो मेवात के अंतर्गत आता है, पुलिस ने अरंडका गाँव में निषाद नाम के एक व्यक्ति के घर पर छापा मारा था और गायों का माँस और खाल बरामद की थी। पुलिस ने पास के खेत में 4-5 संदिग्धों को हिरासत में लिया था।
पुलिस ने इन आरोपितों के ऊपर गोहत्या और पशुओं के साथ क्रूरता से संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया है। बागपत के चीफ वेटनरी ऑफिसर डॉक्टर रवींद्र कुमार का कहना है कि बरामद की गई खालों में 7 खालें...
समाज इस भरोसे से अहिंसक होता है कि उसे अन्याय से लड़ने के लिए हथियार उठाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। राजस्थान सरकार अलवर के किसानों को यह भरोसा दे सकती है?
इससे पहले भी गौ तस्करी के कई मामले सामने आ चुके हैं। कई जगहों पर ये गौ तस्कर इतने हिंसक हो जाते हैं कि पुलिस तक पर वार करने से नहीं चूकते, उन पर गोलीबारी की भी घटनाएँ सामने आ चुकी हैं।
महिन्द्रा पिकअप और उसमें लदे छह बछड़ों को पुलिस ने अपने क़ब्जे में ले लिया है। बता दें कि पिकअप में लदे छह बछड़ों को नशीली दवा पिलाई गई थी जिससे वो शोर न मचा सकें। फ़िलहाल पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है।