Friday, October 18, 2024

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Indian Army

सशस्त्र सेनाओं की संयुक्त साइबर, स्पेशल ऑपरेशन तथा स्पेस कमान

आज के समय में जहाँ युद्ध धरती, समुद्र और आकाश तक सीमित नहीं रह गए हैं और नेटवर्क सेंट्रिक युद्ध का सिद्धांत दिया जा चुका है वहाँ भारत के पास भी साइबर, स्पेशल ऑपरेशन और स्पेस की संयुक्त कमान होना समय की मांग है।

जज साहब डर गए क्या? आख़िर उंगली उठते ही भागकर किसका भला कर रहे हैं आप?

CBI डायरेक्टर, सेना प्रमुख, CJI- नेताओं ने अपनी घटिया राजनीतिक बयानबाज़ी में संवैधानिक पदों पर बैठे उच्चाधिकारियों को भी घसीट लिया है। उन पर बिना सबूत घटिया लांछन लगाए जाते हैं- अपनी राजनीति चमकाने के लिए।

मरणोपरांत जिसे मिला ‘सर्वोच्च’ सैन्य वीरता पुरस्कार, वो पहले था एक आतंकवादी

जिस कश्मीर घाटी में नौजवान पत्थरबाजी करके अपनी जिंदगी को बर्बाद कर रहे हैं, उसी कश्मीर घाटी के युवाओं के लिए देशभक्त अशोक चक्र विजेता शहीद नज़ीर एक उदाहरण बन सकते हैं।

कभी हिज़्बुल का था गढ़, अब आतंक मुक्त घोषित हुआ बारामूला

कभी हिज़्बुल का गढ़ रहा यह ज़िला अब घाटी का पहला आतंक-मुक्त ज़िला बन गया है। बुधवार को आख़िरी 3 आतंकियों को मार गिराने के साथ ही इसकी घोषणा कर दी गई।

कश्मीर के पत्थरबाज़ों को चिन्हित करने में IIT मद्रास करेगा सेना की मदद

आईआईटी मद्रास में सेंटर फॉर इनोवेशन के स्टूडेंट एग्जीक्यूटिव हेड राघव वैद्यनाथन के अनुसार ‘एक्शन रिकग्निशन एल्गोरिदम’, ‘क्राउड डेंसिटी मैप’ और सीसीटीवी द्वारा प्राप्त लाइव इमेज को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से जोड़ कर कश्मीर में पत्थरबाजी के दौरान होने वाली अप्रत्याशित घटनाओं का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है

सरकार का बड़ा फ़ैसला: शहीद हुए जवानों की विधवाओं और सेवानिवृत्त सैनिकों को मिलेगी कानूनी सहायता

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने मीडिया को इसकी जानकारी दी है। सरकार का यह फ़ैसला बलिदानी सैनिकों की लाखों विधवाओं के लिए लाभकारी साबित होगा।

साल 2018 भारतीय सेना के लिए शानदार रहा, 250 आतंकी ढेर, 54 ज़िंदा धरे, 4 ने किया सरेंडर

इसके अलावा उन्होंने कहा कि जो आतंकवादी हमारे देश में घुसपैठ की कोशिश करते थे और देश की जनता को डराने के लिए आतंक फैलाने की कोशिश करते थे, उनके नापाक इरादों को हमने पूरी तरह से तहस-नहस किया है।

प्रिय प्रोपेगेंडाबाज़ो! तेरी जली न? उरी और हैदर फ़िल्मों के राष्ट्रवाद में थोड़ा फ़र्क है

इस देश का दुर्भाग्य है कि यहीं पर मौज़ूद एक ऐसा बड़ा वर्ग पैदा हो चुका है जिसे भारतीय सेना के जज़्बों में भी राजनीति ढूँढ लेने में में गर्व महसूस होता है।

LOC पर शहीद हुए मेजर शशिधरन की प्रेम कहानी एक मिसाल है

मेजर नायर तृप्ति नाम की लड़की से प्रेम करते थे। सेना में नौकरी मिलने के बाद उन्होंने तृप्ति से शादी करने का फ़ैसला लिया था।

रोते-रोते महिला ने कहा… भारतीय सेना नहीं होती तो हम में से कोई नहीं बच पाता!

एक तरफ़ जब लोग साल 2019 के आने की तैयारी कर रहे थे, तो उसी समय भारतीय सेना नाथुला पास में करीब 3,000 ज़िंदगियों को बचाने का प्रयास कर रही थी

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