ख़ुफ़िया रिपोर्टर कॉमरेड पैट्रिक जिन्ना ने बताया कि ये भारत बंद और कुछ नहीं बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से अम्बानी सहित तमाम पूँजीपतियों को फायदा पहुँचाने की साजिश का ही पहला चरण है।
जुलाई के अंत से रिलायंस और टिकटॉक की पेरेंट कंपनी बाइटडांस डील को लेकर दोनों कंपनियाँ आपस में बातचीत कर रही हैं, हालाँकि, दोनों कंपनियाँ अभी किसी भी सौदे पर नहीं पहुँची हैं।
मुकेश अंबानी ने ट्रम्प से कहा था कि हम 5G में भी जाने की तैयारी कर रहे हैं और रिलायंस जियो दुनिया में अकेला ऐसा नेटवर्क हैं, जिसमें किसी चीनी कंपोनेंट का यूज नहीं किया गया है।
डफली बजाने से अगर कोरोना से लड़ाई लड़ ली जाती तो शायद आज JNU के वामपंथी ब्रिगेड से ही सबसे ज्यादा डॉक्टर और वैज्ञानिक निकलते। अगर प्रोपेगेंडा पोर्टलों में लेख लिखने से कोरोना भाग जाता तो राणा अयूब, सदानंद धुमे और बरखा दत्त जैसे लोगों ने अब तक वैक्सीन का अविष्कार कर लिया होता।
ये अपने आप में भारत का पहला ऐसा सेंटर है और इसे पूर्णरूपेण रिलायंस फाउंडेशन द्वारा फंड किया गया है। क्रॉस-कंटैमिनेशन को रोकने और संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए एक 'नेगेटिव प्रेशर रूम' का निर्माण किया गया है। सभी बिस्तरों को सारी ज़रूरी सुविधाओं, जैसे बायोमेडिकल इंस्ट्रूमेंट्स और अन्य इंफ्रास्ट्रक्टर से लैस किया गया है।
पूरे देश में रिलायंस के 736 ग्रोसरी स्टोर्स हैं, जिन्हें लोगों के डिमांड्स को पूरा करने के लिए तैयार किया जा रहा है। अब ये सभी स्टोर्स सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक खुले रहेंगे। इन स्टोर्स में सब्जियों व अन्य चीजों का इंतजाम किया जाएगा। साथ ही बुजुर्गों के लिए होम डिलीवरी की व्यवस्था की जाएगी।