PM मोदी ने कहा कि जैसे-जैसे भारत विकास के नए शिखर की तरफ बढ़ रहा है, हमारी आशाएँ-आकांक्षाएँ बढ़ रही हैं। वैसे-वैसे हमारी ऊर्जा की, बिजली की ज़रूरतें भी बढ़ रही हैं। ऐसे में आत्मनिर्भर भारत के लिए बिजली की आत्मनिर्भरता बहुत आवश्यक है।
पीएम मोदी के इस संबोधन में उदारवादियों ने 80 करोड़ की इस जनता में मजहबी एंगल तलाश लिया और अब उनका कहना है कि पीएम मोदी ने छठ पूजा और दिपावली का जिक्र तो किया लेकिन समुदाय विशेष के त्यौहार बकरीद का जिक्र नहीं किया है।