"आज हर हिंदुस्तानी मुसलमान को अपने आप से यह सवाल पूछना चाहिए कि उसे अपने मजहब में इस्लाम रिफॉर्म्ड और जिद्दत पसंदी चाहिए या पिछली सदियों के बहशीपन का इकदार (वैल्यूज़)।"
राजेश खन्ना के निधन के बाद नसीरुद्दीन शाह ने उन्हें सामान्य एक्टर करार दिया था, वहीं विराट कोहली को दुनिया का सबसे बदतमीज खिलाड़ी कहा था। अब उन्होंने कंगना रनौत को हाफ-एजुकेटेड कहा है।
सुशांत सिंह राजपूत के मामले में बॉलीवुड नेक्सस और नेपोटिज्म की बहस को मुख्यधारा में लेकर आने वाली कंगना रनौत के ख़िलाफ़ नसीरुद्दीन ने टिप्पणी करते हुए उन्हें आधा पढ़ा लिखा बताया।
भारत के लिबरल गैंग जिस भी चीज का हद से ज्यादा गुणगान करे, उसके बारे में समझ जाना चाहिए कि वो उतना ही ज्यादा खतरनाक है। उदाहरण के लिए दिल्ली के शाहीन बाग को ही ले लीजिए। इसी क्रम में बेंगलुरु के बिलाल बाग को भी प्रचारित किया गया।
"जो अभिनेता अब कंटेंट बन गए हैं, वो अब क्यों शिकायत कर रहे हैं कि वो पोस्टर पर नहीं हैं? क्यों कोई अभिनेता किसी खास फिल्म के ना मिलने को लेकर शिकायत कर रहे हैं।"
नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि उनके पास पासपोर्ट, वोटर आईडी और आधार कार्ड जैसे जो कागज़ात हैं, वो उनकी नागरिकता साबित करने के लिए काफ़ी नहीं होंगे। सवाल ये उठता है कि नसीरुद्दीन से नागरिकता साबित करने को कहा किसने है?
“वो हर सुंदर कला को और भी सुंदर बनाती हैं। मर्दों की तरह मेहनत वो रात-दिन करती हैं, मगर फिर भी कुछ ना करने की तोहमत लगाई जाती है। दिल में जो डर का किला है, वो तोड़ दो अंदर से तुम, एक ही झटके में अपने आप ही वो ढह जाएगा। आओ मिलकर हम बढ़ें, अधिकार अपने छीन लें। काफिला अब चल पड़ा है। अब न रोक पाएगा।”