मुख्य आरोपित रिंकू साहू की माँ गिरीडीह जिला पुलिस मुख्यालय में हवलदार है। रिंकू पहले से ही कई मामलों में आरोपी भी रहा है। रिंकू की माँ का कहना है कि उसका बेटा साइको है, जिसके चलते उसने इस वारदात को अंजाम दिया।
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने पीड़िता का पत्र नहीं मिलने के मामले में रजिस्ट्रार से जवाब मॉंगा है। वे कल इस मामले की सुनवाई करेंगे। पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट भी तलब की गई है।
महिला के मुताबिक शनिवार को वह खरीददारी करने बाजार गई थी, लेकिन जब घर लौटी तो सामने वाले कमरे में उसे कोई नहीं दिखा। उसने दूसरे कमरे में जाकर देखा तो वहाँ उसका शौहर बेटी के साथ दुष्कर्म कर रहा था।
उन्नाव रेप मामले में आए दिन नए खुलासे होने से साफ़ हो चुका है कि साजिश बड़ी और उलझी हुई है। ऐसे में कई सारी खबरों के बीच सिर्फ 30 पॉइंट में समझिए इस पूरी घटना की A से लेकर Z तक की कहानी।
ट्रक के नंबर प्लेट में कालिख लगाने पर सफाई देते हुए सपा नेता ने कहा कि यह सब केवल फाइनेंसर की नजरों से बचने के लिए किया गया था। अगर इसके बाद भी साजिश की आशंका है तो सरकार इसकी CBI जाँच करवा ले, सच्चाई साफ़ हो जाएगी।
पहले यह अनुमान लगाया गया था कि फातिमा ने पहले अपने तीनों बच्चों अलीफिया, ज़ेबा और जियान की हत्या की और फिर खुद आत्महत्या लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इस पूरे मामले में एक बड़ा ट्विस्ट आया है। रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों बेटियों की हत्या से पहले रेप किया गया था। जिसके बाद पुलिस महिला के पति अकरम को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
5 फरवरी 2015 को टप्पल क्षेत्र से 15 वर्षीय बच्ची की गई थी अगवा। एसएसपी के निर्देश पर 30 मई को मुकदमा दर्ज हुआ। 28 अगस्त 2016 को बच्ची को बरामद कर साजिद को गिरफ्तार किया गया।
इस मामले में शास्त्री नगर थाना पुलिस ने 24 जुलाई 2019 को चार्जशीट दाख़िल की थी। जीवाणु इससे पहले भी बलात्कार के मामले में सज़ा काट चुका है। उस पर बलात्कार के कई अन्य मामले भी दर्ज हैं।
अली ने पहले फल का लालच देकर अपने पड़ोस के घर से बच्ची को उठाया और फिर जंगल में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद बच्ची का गला घोंट कर उसे मार दिया।
इससे पहले भी महतो को गिरफ़्तार किया जा चुका है। महतो और उसकी पत्नी सुनीता कुमारी को अक्टूबर 2014 में नई दिल्ली के शकूरपुर इलाक़े से मानव तस्करी के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था, जब वे किसी अज्ञात स्थान पर भागने के लिए अपना सामान इकट्ठा करने के लिए वहाँ गए थे।