ये मामला दिल्ली के पांडव नगर इलाके का है। जहाँ इस वारदात के बारे में तब पता चला, जब 4 साल की बच्ची वापस अपने घर आई और अपनी माँ से पेट में दर्द की शिकायत की।
न्यायाधीश दीपक दुबे ने कहा, "मेरे नन्हे-मुन्ने मासूम फरिश्ते। तुम निर्दोष व निष्पाप हो। तुम्हारी मुस्कान ही सारा जहान है। तुम्हारी सूरत में अल्लाह का नूर बसता है।"