वडाला की 17 वर्षीय बीकॉम की छात्रा को हुसैनकार 30 नवंबर की शाम से ही लगातार वीडियो कॉल कर के परेशान कर रहा था। शुरुआत में उस लड़की ने अनजान नंबर होने के कारण कॉल नहीं उठाया। जब उसने कॉल उठाया तो हुसैनकार उसे अपने गुप्तांग दिखाने लगा।
चर्च की सामुदायिक सेवाओं के दौरान सहयोग करने तीन युवकों ने पादरियों पर लगाए यौन शोषण के आरोप। इनका शोषण अस्सी के दशक में किया गया जब उनकी उम्र 10 से 14 साल के बीच थी।
10 नवंबर की शाम करीब 6 बजे दोनों बच्चियाँ अपने घर के बाहर खेल रही थीं। चाँदबाबू उन्हें ईद का जश्न दिखाने के बहाने अपने साथ ले गया। फिर पब्लिक टॉयलेट में दोनों के साथ उसने बलात्कार किया।
इसी साल की शुरुआत में कई नन महिलाओं द्वारा ईसाई मिशनरियों में होने वाले शारीरिक शोषण को लेकर कई खुलासे किए गए थे जिसके बाद खुद पोप फ्रांसिस ने भी इस बात को स्वीकार किया था कि बहुत से बिशप-पादरियों ने कई नन महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया ।
बुधवार को हुई छापेमारी में पुलिस ने 500 बच्चों और पुरुषों को आजाद करवाया। इनमें से अधिकतर को जंजीरों से बाँधकर रखा गया था। इनका यौन शोषण किया जाता था। इनसे मारपीट की जाती थी। इसके अलावा इन्हें हर अकल्पनीय प्रताड़ना दी जाती थी।
दलित बच्ची अपने भाई के साथ मंदिर जा रही थी। तभी 4-5 लोगों ने पहले लड़की के भाई को पकड़ा और फिर लड़की से छेड़खानी करने लगे। एक लड़का पीड़िता का दुपट्टा खींचते हुए कपड़े उतारने को भी बोलता है। उन्होंने मोबाइल से पूरी घटना की रिकॉर्डिंग भी की।
"चिन्मयानंद ने उसका बलात्कार किया और जब उसने खुद को बचाने का प्रयास किया तो चिन्मयानंद द्वारा उसके कपड़े फाड़ दिए गए। चिन्मयानंद के आश्रम के सुरक्षा गार्ड सहित 4 लोगों ने इस बात की पुष्टि की है कि..."
अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने तरुण तेजपाल के ख़िलाफ़ लगे आरोपों को खारिज करने से इनकार कर दिया था। तेजपाल को नवंबर 2013 में क्राइम ब्रांच ने गिरफ़्तार किया था। मई 2014 के बाद से वह जमानत पर बाहर हैं।
यह इस्लामिक स्कूल पिछले एक दशक से चल रहा था। छात्रों के परिवार यहाँ अपने बच्चों को कुरान की शिक्षा देने और ड्रग्स वगैरह जैसी छुड़ाने के लिए लेकर आते थे। मौलवी और मदरसे के अन्य कर्मचारी छात्रों से जबरन समलैंगिक सम्बन्ध स्थापित करते थे।
बसपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह का कहना है कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि गाँव में चल रहे एक मुकदमे के मामले में दबाव बनाने के लिए उन्हें साजिश के तहत फँसाया जा रहा है।