J&K में 2016 की तुलना में, 2020 में ऐसी घटनाओं में गिरावट 90% रही है। अनुच्छेद 370 के निष्क्रीय होने से पहले घाटी में पत्थरबाजी एक 'लोकप्रिय' हथियार बन चुका था।
मध्य प्रदेश के इंदौर में लॉकडाउन के नियमों का उलंघन कर फातिहा पढ़ने कब्रिस्तान गए यूनुस कबाड़ी को गिरफ्तार करने गई पुलिस पर पत्थरबाजी का मामला सामने आया है।
डॉक्टर का कहना है कि उन पर हमले की तैयारियाँ पहले से ही कि गई थी। जब उनका दल वहाँ पहुँचा तो उन पर हर तरफ से पत्थरबाजी शुरू हो गई। महिलाएँ भी अपनी छतों से ईंट और पत्थर बरसा रहीं थीं।
लॉकडाउन उल्लंघन पर समुदाय विशेष के दो युवक चेक पोस्ट पर रोके जाते हैं। पुलिसकर्मी पर थूकते हैं। धमकी देते हैं। फिर बाइक छोड़ भाग जाते हैं। पास की बस्ती में पहुॅंचते हैं। अचानक 30-40 लोग जमा हो जाते हैं। पास के रेलवे ट्रैक पर पत्थर उठाकर पुलिसकर्मियों पर बरसाने लगते हैं।