1989 में पहली बार उग्र इस्लामिक कट्टरपंथियों की भीड़ ने मंदिर पर हमला बोला था। इसके बाद 24 फरवरी 1990, 13 अप्रैल 1991 और फिर 8 मई 1992 को इस मंदिर पर हमले हुए।
राजस्थान के बाड़मेर की एक विशेष अदालत ने पाकिस्तान से विस्फोटक पदार्थ, हथियार और गोला-बारूद की तस्करी के 11 साल पुराने मामले में 10 लोगों को दोषी ठहराते हुए उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
वीडियो 3 आतंकवादियों ने मिल कर बनाया है जो इस हमले में शामिल थे। वीडियो में यह साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे वह घात लगा कर छिप कर हमले की तैयारी कर रहे थे।
शुक्रवार सुबह श्रीनगर के बाहरी इलाके में नौगाम बाईपास पर आतंकियों ने पुलिस पार्टी पर हमला किया, जिसमें 2 जवान वीरगति को प्राप्त हुए हैं, जबकि एक जवान घायल है।
पिछले एक महीने में आतंकवादियों ने दूसरी बार अपने नापाक ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए मस्जिदों का इस्तेमाल किया है। आईजी विजय कुमार ने कहा, "मैं मस्जिद समितियों से अनुरोध करता हूँ कि आतंकवादियों को धार्मिक स्थलों का उपयोग न करने दें।"