बैठक के बाद मर्दों को घर भेज दिया जाता था, महिलाओं को रख लिया जाता था और उनके साथ गलत हरकतें की जाती थीं। 18-40 साल तक की उम्र की महिलाओं को शिकार बनाया जाता था।
लोगों ने 'ममता बनर्जी की तानाशाही नहीं चलेगी', 'पत्रकार को रिहा करो', 'संदेशखाली का सच दिखाते रहेंगे', 'ना डरेंगे, ना झुकेंगे' और 'ममता दीदी, तानाशाही बंद करो' वाले प्लाकार्ड्स ले रखे थे।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में आपराधिक हिंसा और यौन अपराधों के मुख्य आरोपित टीएमसी नेता शेख शाहजहाँ का राइट हैंड और टीएमसी नेता शिबू हाजरा गिरफ्तार हुआ है। उसे संदेशखाली से ही पकड़ा गया।
संदेशखाली में टीएमसी के गुंडों से तंग आई महिलाओं का पुलिस से विश्वास उठ गया है। उन्होंने राज्यपाल से न्याय की गुहार लगाई। वहीं उनका मुद्दा स्मृति ईरानी ने भी उठाया है।