यूनिवर्सिटी में कहा गया है कि कोई भी सरकारी निकाय केवल तीन साल कार्यरत रह सकता है, उसके बाद उसका फिर से चयन होगा। हालाँकि, इस केस में इस पूरे मामले की अनदेखी की गई है।
झारखंड देशभर में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित राज्यों में से एक है। लेकिन लापरवाही का आलम यह है कि पीएम केयर्स फंड से मिले वेंटिलेटर वहाँ धूल फाँक रहे हैं।