रईस को बांग्लादेश का मोबाइल नंबर देकर उस पर व्हाट्सएप्प चलाने के लिए कहा गया था। इसी पर उन लोगों की बातचीत होती थी। हुसैन ने रईस से भारतीय सेना के महत्वपूर्ण स्थानों से जुड़ी जानकारी और फोटो, वीडियो भेजने के लिए कहा था।
अहमदिया लोगों के फोन जमा कर लिए थे बल्कि आस-पास लगे कैमरों को भी बंद करवा दिया था। इस दौरान अहमदिया लोगों को बंधक बना लिया गया था जिन्हें मीनारों को गिराने के बाद छोड़ा गया।
पाकिस्तानी सरकार वाह-वाही लूटने के चक्कर में भूल गई है कि उनके ऊपर कितना कर्जा है। निर्णय लिया गया है कि 40 करोड़ रुपए खर्च करके सबसे ऊँचा झंडा फहराएँगे।