Sunday, May 19, 2024

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द्वारकाधीश मंदिर पर वज्रपात, 52 गज की ध्वजा में समाहित हो गई बिजली: कोई नुकसान नहीं, देखें Video

गुजरात के द्वारकाधीश मंदिर पर बिजली गिरने का वीडियो वायरल हो रहा। इससे मंदिर के शिखर पर लगी 52 गज की ध्वजा को छोड़ कोई नुकसान नहीं हुआ।

भगवान नरसिंह का निवास स्थान जो सदियों तक धरती में दबा रहा: आंध्र प्रदेश का सिंहाचलम मंदिर और मान्यताएँ

श्री हरि के चौथे अवतार भगवान नरसिंह को समर्पित है आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम स्थित सिंहाचलम मंदिर। इस मंदिर को उनका निवास स्थान माना जाता है।

श्री चामुंडेश्वरी मंदिर: माँ दुर्गा ने जहाँ किया था महिषासुर का वध, मंदिर में प्रवेश से पहले राक्षस की भी है जहाँ विशाल मूर्ति

कर्नाटक के मैसूर स्थित श्री चामुंडेश्वरी मंदिर का निर्माण द्रविड़ वास्तुशैली में। मंदिर में प्रवेश से पहले महिषासुर की बड़ी सी प्रतिमा स्थापित।

कितना बर्बर था औरंगजेब, कैसे मंदिरों को ध्वस्त कर रही थी मुगलिया फौज: प्रतापगढ़ के अष्टभुजा मंदिर में आज भी मौजूद हैं निशान

प्रतापगढ़ के अष्टभुजा धाम मंदिर में आज भी खंडित मूर्तियों की पूजा होती है। औरंगजेब की मुगलिया फौजों ने मूर्तियों के सिर, धड़ से अलग कर दिए थे।

श्री शांतादुर्गा मंदिर: पठानों ने चुराई मूर्ति, पुर्तगालियों ने तोड़ा… माँ दुर्गा के शांत स्वरूप को छत्रपति शिवाजी के पोते का फिर मिला साथ

समय के साथ गोमंतक या गोपपुरी को गोवा कहा जाने लगा लेकिन आज भी यहाँ कई ऐसे प्राचीन मंदिर हैं, जो गोवा के सनातन इतिहास की गाथा कहते हैं।

सोलन का 122 फुट ऊँचा शिव मंदिर, जहाँ पत्थरों को थपथपाने पर आती है डमरू की आवाज

सोलन के जटोली शिव मंदिर की विशेषता है, निर्माण में लगाए गए पत्थर। इन पत्थरों को छूने या थपथपाने से डमरू की आवाज आती है।

जहाँ माँ दुर्गा को देते हैं गन सैल्यूट, जो है माता शक्ति का स्थायी निवास: मेघालय का नर्तियांग मंदिर

मेघालय के पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले में स्थित है नर्तियांग दुर्गा मंदिर। यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है।

केरल: असुर ने स्थापित किया शिवलिंग, पांडव ने की पूजा; शोभायात्रा में शामिल होते हैं साढ़े 7 स्वर्ण हाथी

केरल के कोट्टयम जिले में स्थित है एट्टूमानूर महादेव मंदिर। इस मंदिर की दीवार पर द्रविड़ शैली में मुराल पेंटिंग उकेरी गई है।

निष्कलंक महादेव मंदिर: पांडव जहाँ हुए थे अपने पापों से मुक्त, डूब जाता है जिसका 5 स्वयंभू शिवलिंग समुद्र में

गुजरात में अरब सागर तट पर स्थित निष्कलंक महादेव मंदिर, जहाँ भगवान शिव ने पाँचों पांडवों को निष्कलंक बनाया। यहाँ स्थित हैं 5 स्वयंभू शिवलिंग।

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