जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष और अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्षकार अरशद मदनी ने अयोध्या मसले पर फैसला आने से पहले कहा था कि सर्वोच्च अदालत जो भी फैसला देगी, वह उन्हें स्वीकार होगा। यह अलग बात है कि फैसला आने के पाँच दिनों के बाद ही उन्हें...
हाजी कुतुबुद्दीन ने पुलिस के सामने विस्फोट से जुड़े कई राज खोले हैं। जिन्हें जानने के बाद सुरक्षा एजेंसियों की चिंता काफी बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि इस घटना के तार आतंकियों से जुड़े हैं। जिसके कारण अब एजेंसियाँ मामले की आखिरी सिरे तक पहुँचने के लिए
“बाबर एक विदेशी एक आक्रांता (हमलावर) था। हम सरकार को इसकी अनुमति नहीं देने के लिए संपर्क करेंगे। भारत में बहुत सारे अच्छे मुस्लिम हैं। देश की शांति और विकास में उनका काफी योगदान रहा है। इनमें वीर अब्दुल हमीद , अशफाकउल्ला खान और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का नाम आता है।। नई मस्जिद का नाम उनमें से किसी के नाम पर रखा जाना चाहिए।”
"अगर सरकार जमीन देना चाहती है तो हमें हमारी सुविधा के हिसाब से मिलनी चाहिए। आवंटित जमीन 67 एकड़ जमीन में से ही होनी चाहिए। तभी हम यह जमीन लेंगे। नहीं तो हम जमीन लेने की पेशकश को ठुकरा देंगे।"
समुदाय के लोगों का आरोप है कि मस्जिद तोड़ने वाले अपराधियों के खिलाफ प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। उल्टे उनके एक साथी को हिरासत में ले लिया। इस व्यक्ति ने मस्जिद तोड़े जाने की घटना की रिकॉर्डिंग कर ली थी।
श्रीनगर के एक पूर्व आतंकी का कहना है कि अगर यह 1947 में हो गया होता तो आज शायद वो संसद या एसेंबली में होते। उन्होंने कहा कि ब्लैकमेल और मजहब की सियासत के कारण ही उनके जैसे कई युवाओं ने राह भटक कर बंदूक उठा ली और कुछ अब भी उठा रहे हैं।
"विदेशी यात्रियों में एक विरोधाभास था क्योंकि कुछ ने कहा कि वो बाबर था जिसने मंदिर को ध्वस्त कर दिया जबकि कुछ का कहना है कि इसे औरंगजेब के कार्यकाल के दौरान नष्ट किया गया। लेकिन उनके बीच अयोध्या में भगवान राम के जन्मस्थान होने को लेकर कोई मतभेद नहीं था।"
मस्जिद के केयरटेकर शौकत अली की शरीफ मोहम्मद से दुश्मनी थी और बदले की भावना से उसे फँसाने के लिए उसने ऐसा किया। वह इस बात से नाराज था कि मोहम्मद उससे ज्यादा रुपए कमा रहा है।
फारूक अब्दुल्ला ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात का वक्त माँगा है। महबूबा मुफ्ती ने अनुच्छेद 35A की रक्षा के लिए अपने धुर राजनीतिक विरोधी फारूक अब्दुल्ला से साथ देने का आग्रह किया है। घाटी में अफवाह फैली रही है कि...
काँवड़ियों की सुरक्षा में आए पुलिस इंस्पेक्टर की वर्दी पर लगे स्टार को नोचने का प्रयास किया गया। पुलिस वालों के साथ गाली-गलौच की गई, उन्हें डंडा लेकर दौड़ाया गया। लेकिन पुलिस ने अपनी समझदारी से तकरीबन 500 से भी ज्यादा महिला और बच्चियों को निकालकर सुरक्षित पहुँचाया।