इन सभी आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने में पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई का हाथ है। आईएसआई आतंकियों के साथ मिल कर भारत में किसी बड़े हमले को अंजाम देकर अमन और शांति भंग करने की साज़िश रच रही है।
पूर्व प्रधान ने 8 वर्ष पहले ही आदिवासियों से ज़मीन सम्बन्धी कागजात पर हस्ताक्षर करा लिए थे। चूँकि, आदिवासी केवल हस्ताक्षर करना जानते थे और वे यह देखने में सक्षम नहीं थे कि कागजात पर क्या लिखा हुआ है, पूर्व प्रधान ने इसका ग़लत फायदा उठाया।
राजस्थान के अलवर में दलित युवक हरीश जाटव की बाइक से एक महिला को टक्कर लग गई थी। महिला के परिजनों ने पिटाई से उसकी मौत हो गई। पुलिसिया जॉंच से परेशान होकर हरीश के पिता ने जहर खाकर जान दे दी। परिजनों का कहना है कि पुलिस मॉब लिंचिंग के मामले को एक्सीडेंट साबित करने पर तुली है।
“राजस्थान कॉन्ग्रेस सरकार की घोर लापरवाही व निष्क्रियता के कारण बहुचर्चित पहलू खान माब लिंचिंग मामले में सभी 6 आरोपित वहाँ की निचली अदालत से बरी हो गए, यह अतिदुर्भाग्यपूर्ण है।”
रतिराम का बेटा हरीश जाटव राजस्थान के अलवर में चोपांकी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले फसला गाँव के बाज़ार से गुजर रहा था, तभी एक मुस्लिम हकीम उसकी बाइक से टकरा गई। हादसे के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने हरीश की जमकर पिटाई कर दी।
पहलू खान की हत्या की वारदात में 9 आरोपित पकड़े गए, जिनमें से 2 नाबालिग हैं। इनमें से बुधवार को कोर्ट ने 6 आरोपितों पर फैसला सुनाया है। विपिन यादव, रविन्द्र कुमार, कालूराम, दयानंद, योगेश कुमार उर्फ धोलिया और भीम राठी को लेकर यह फैसला सुनाया गया है। जबकि, नाबालिग आरोपितों पर सुनवाई जुवेनाइल अदालत में की जा रही है।
मेवाड़ राजघराने के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ का कहना है कि वो राम के वंशज हैं और वो चाहते हैं कि राम मंदिर जल्द से जल्द बने। वहीं, अरविंद सिंह ने यह भी कहा कि उन्हें अयोध्या में किसी भी तरह की कोई संपत्ति नहीं चाहिए।
86-वर्षीय डॉ. सिंह की पारंपरिक राज्यसभा सीट असम से थी। पिछले टर्म में जब मनमोहन सिंह राज्यसभा से विदा हुए तो इसे उनका रिटायरमेंट माना जा रहा था। लेकिन अब वह 3 अप्रैल, 2024 तक राज्यसभा सदस्य रहेंगे, और 92 की उम्र तक उनका कार्यकाल होगा।
मुस्लिम समुदाय के लोग क्यों उग्र हो गए, इस सम्बन्ध में पुलिस को भी कुछ नहीं पता। हरिद्वार जा रहे श्रद्धालुओं तक को नहीं बख्शा गया। यातायात ठप्प कर आने-जाने वाली बसों पर पत्थरबाजी की गई। कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। श्रद्धालुओं की गाड़ियाँ क्षतिग्रस्त कर दी गईं।
मुखर्जी की मूर्ति तोड़ने की घटना से भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश है। इस घटना को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाने से जोड़कर भी देखा जा रहा है।