Saturday, July 27, 2024
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महाराष्ट्र: 55 साल के शिक्षक को अपना ही डेथ सर्टिफिकेट ले जाने के लिए नगर निगम से कॉल

ठाणे के मेयर का कहना है कि देसाई का नाम राज्य सरकार द्वारा जारी सूची में था। इस सूची में उन सभी लोगों के नाम थे जिनकी मृत्यु ठाणे से बाहर हुई, लेकिन वे ठाणे के निवासी थे।

कैसा लगे कि आप सुबह-सुबह रोजमर्रा के काम में व्यस्त हों और नगर निगम कार्यालय से आपका ही मृत्यु प्रमाण पत्र लेने का कॉल आ जाए? है न अजीब? महाराष्ट्र के ठाणे में ऐसा ही 55 वर्षीय शिक्षक चंद्रशेखर देसाई हुआ है। ठाणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (TMC) से देसाई के पास खुद का मृत्यु प्रमाण-पत्र कलेक्ट करने के लिए फोन आ गया।

ठाणे के मानपाडा के रहने वाले चंद्रशेखर देसाई घाटकोपर के एक स्कूल में पदस्थ हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास एक महिला का फोन आया जो खुद को TMC के स्वास्थ्य विभाग की कर्मचारी बता रही थी। देसाई ने कहा कि महिला ने फोन पर कहा कि उसने चंद्रशेखर देसाई के नाम से मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी करने के लिए फोन किया है। देसाई ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जब महिला ने यह जाना कि वह चंद्रशेखर देसाई से ही बातचीत कर रही है तो वह आश्चर्यचकित रह गई और उसने प्रश्न किया कि देसाई के घर में किसी की मृत्यु Covid-19 संक्रमण के चलते हुई है? इसके बाद फोन कट गया।

देसाई ने बताया कि पिछले साल अगस्त में वह कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। हालाँकि वह घर पर ही आइसोलेशन में रहे और वहीं उनका इलाज भी चला। इसके बाद वह पूरी तरह स्वस्थ भी हो गए थे। देसाई ने यह भी बताया कि आइसोलेशन के दौरान उनके पास स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए फोन भी आया था।

TMC से फोन आने के बाद देसाई कार्यालय गए और वहाँ यह पाया कि उनके बारे में जो भी जानकारियाँ वहाँ दर्ज की गई थीं वह सब सही थीं। देसाई ने यह भी कहा कि उन्होंने अधिकारियों के पास अपनी शिकायत दर्ज करा दी है क्योंकि यदि इस गलती को नहीं सुधारा गया तो रिकॉर्ड के अनुसार वह मृत घोषित हैं, ऐसे में भविष्य में उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

ठाणे के मेयर नरेश ने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा सूची जारी की गई थी जो आईसीएमआर पुणे से आई थी। इस सूची में उन सभी लोगों के नाम थे जिनकी मृत्यु ठाणे से बाहर हुई है लेकिन वे ठाणे के निवासी थे। उन्होंने कहा कि किसी गलती के कारण देसाई का नाम भी इस सूची में आ गया। हालाँकि TMC ने कोई मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किया था। यह एक वैरिफिकेशन कॉल था और हमने इस गलती का संज्ञान ले लिया है।

TMC के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा है कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण ऐसा हुआ है और हम इसे सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसमें TMC की इसमें कोई भूमिका नहीं है, बल्कि यहाँ से तो सिर्फ वैरिफिकेशन कॉल ही किया जाता है। देसाई का कहना है कि अच्छा हुआ कि वो अपना फोन घर पर नहीं भूले अन्यथा TMC से आए इस कॉल को अगर उनकी पत्नी या उनकी बूढ़ी माँ रिसीव कर लेती तो ये उनके लिए सही नहीं होता।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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