उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक अनोखा मामला सामने आया है। मामला जब गुलरिहा थाने पहुँचा तो इसे सुनकर पुलिस के भी होश उड़ गए। दरअसल, फर्रुखाबाद की पूजा ने गोरखपुर की युवती से प्यार होने के बाद अपना लिंग परिवर्तन करा लिया और नाम बदलकर अंकित बन गई। इसके बाद दोनों ने मंदिर में शादी कर उसे रजिस्टर्ड कराया और साथ रहने लगे। गोरखपुर के गुलरिहा इलाके की लड़की के पिता ने इस पर आपत्ति जताते हुए पुलिस में इसकी शिकायत की है।
पिता का आरोप है कि उसने उनकी लड़की को बहला फुसलाकर उसके साथ रेप किया है, जबकि युवक और युवती का कहना है कि वे दोनों बालिग हैं। उन्होंने अपनी मर्जी से शादी की है और अब दोनों साथ रहना चाहते हैं।
फर्रुखाबाद के अंकित को गोरखपुर पुलिस ने पकड़ा
पिता की शिकायत पर केस दर्ज करने के बाद पुलिस फर्रुखाबाद निवासी ट्रांसजेंडर युवक अंकित यादव को पकड़कर गोरखपुर लाई है। इंस्पेक्टर विनोद अग्निहोत्री का कहना है कि केस दर्ज कर मामले की जाँच की जा रही है। लड़की का 164 के तहत बयान कराया जाएगा, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि लड़का ट्रासजेंडर है या कुछ और, यह कोर्ट तय करेगी। फिलहाल दोनों पक्ष के लोगों की गुलरिहा थाने में पंचायत हो रही है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है।
प्यार की खातिर पूजा से बन गया अंकित
गुलरिहा इलाके की रहने वाली 27 साल की एक युवती फर्रुखाबाद में रहकर नौकरी करती है। करीब एक साल पहले उसकी दोस्ती साथ में काम करने वाले सातनपुर फर्रुखाबाद निवासी पूजा यादव (30) से हुई। पूजा खुद को लड़की के बजाय लड़का मानती थी। उसका कहना है कि उसे शुरू से ही लड़की वाली कोई फीलिंग नहीं थी और वह अपना लिंग परिवर्तन कराकर लड़का बनना चाहती थी। इस बीच दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई और उन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया।
शादी के लिए पूजा ने ना सिर्फ दस्तावेजों में अपना नाम पूजा यादव से बदलवाकर अंकित यादव करा लिया, बल्कि शारीरिक रूप से भी उसने खुद को पुरुष बनाने के लिए लिंग परिवर्तन की प्रक्रिया शुरू करा दी है। दोनों ने फर्रुखाबाद के एक मंदिर में शादी भी कर ली और उसे रजिस्टर्ड कराकर दोनों साथ रहने लगे। इस बीच इसकी जानकारी गोरखपुर में युवती के घर वालों को हो गई। परिवार वालों ने इसकी शिकायत पुलिस से की। लड़की के पिता का आरोप है कि अंकित ने उसे बहला फुसलाकर बिना शादी किए जबरदस्ती अपने साथ रख लिया और उसके साथ दुष्कर्म भी किया।
जेंडर चेंज कराने के लिए एकत्रित किए पैसे
अंकित के मुताबिक, उसके घर में सिर्फ उसकी एक छोटी बहन और माँ है। सिर पर से पिता का साया उठ जाने के बाद परिवार की पूरी जिम्मेदारी भी उसके कंधों पर आ गई। वहीं, लिंग चेंज कराने के बारे में जब अंकित ने जानकारी हासिल की तो पता चला कि इसके लिए करीब 5 से 7 लाख रुपए का खर्च आएगा। ऐसे में सिर्फ एक प्राइवेट जॉब के सहारे अंकित दिन रात मेहनत कर परिवार का भी खर्च चला रहे हैं, साथ ही कुछ पैसे बचाकर अपना लिंग परिवर्तन भी करा रहे हैं।
अंकित के मुताबिक, इसमें उनके कुछ मित्र और शुभचिंतक भी उनका सहयोग कर रहे हैं। इसकी जानकारी गालीबंद संस्था के संस्थापक मनीष कुमार को हुई तो वे अपनी टीम के साथ पहुँच गए। मानवाधिकार और ट्रासजेंडर अधिकारों पर काम करने वाली इस संस्था के लोग अंकित की मदद में दिन-रात लगे हुए हैं।