Thursday, May 9, 2024
Homeदेश-समाजजिस बंधू राय ने बिहार से बुला कर किया नौकरी और छत का इंतजाम,...

जिस बंधू राय ने बिहार से बुला कर किया नौकरी और छत का इंतजाम, उन्हीं का गला घोंट कर मार डाला: 8 साल बाद धराए शकील और बबलू (मामन का बेटा), असलम फरार

वह छोटी-मोटी ठेकेदारी कर के अपने परिवार का गुजर-बसर करता था। तीनों हत्यारे बिहार के समस्तीपुर के ही निवासी हैं और मृतक बंधू राय के पूर्व परिचित हैं।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शुक्रवार (22 मार्च, 2024) को 8 साल पुराने एक हत्याकांड के 2 फरार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपितों के नाम शकील खलीफा उर्फ़ कबीर नट और बबलू नट हैं। इन दोनों ने 3 मार्च, 2016 को बंधु राय नाम के एक व्यक्ति को बेरहमी से मार डाला था। कभी बंधू राय ने शकील और बबलू को गाँव से बुला कर न सिर्फ उनकी नौकरी लगवाई थी बल्कि उनके रहने आदि का भी इंतजाम किया था। इस हत्याकांड में शामिल तीसरा आरोपित मोहम्मद असलम फ़िलहाल फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।

यह मामला दिल्ली के थानाक्षेत्र रनहोला का है। यहाँ 3 जुलाई, 2016 को पुलिस को सोम बाजार के पास गोमती गार्ड़न में एक शव की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुँच कर जाँच की तो शव बंधू राय का निकला। मृतक मूलतः बिहार के समस्तीपुर जिले का निवासी था जो अस्थाई तौर पर दिल्ली के विकास नगर इलाके में रहता था। वह छोटी-मोटी ठेकेदारी कर के अपने परिवार का गुजर-बसर करता था। मृतक के परिजनों की शिकायत पर दिल्ली के रनहोला थाने में हत्या की धारा 302 के साथ 174-A व 34 IPC के तहत FIR दर्ज हुई।

9 जुलाई, 2016 को दर्ज इस FIR में मृतक के परिजनों ने कबीर नट उर्फ़ शकील खलीफा, बबलू नट और मोहम्मद असलम को नामजद किया। ये तीनों बिहार के समस्तीपुर के ही निवासी हैं और मृतक बंधू राय के पूर्व परिचित हैं। शिकायत में बताया गया कि बंधू राय ने तीनों आरोपितों के लिए दिल्ली में काम की तलाश की। इसी के साथ उन्होंने तीनों के लिए दिल्ली में रहने की जगह खोजी। इसके अलावा बंधू राय ने इन शकील, बबलू और असलम की शुरुआत में आर्थिक सहायता सहित अन्य तमाम प्रकार की मदद की।

पुलिस के मुताबिक 2-3 जुलाई 2016 की रात असलम, बबलू, शकील और बंधू राय ने मिल कर एक साथ शराब पी। इस दौरान किसी बात पर तीनों का बंधू राय से विवाद हो गया। तीनों ने वहीं पर बंधू को लूटने और फिर उनकी हत्या की साजिश रच डाली। इस साजिश को अंजाम देने के लिए शकील और बबलू ने बंधू राय के हाथों और पैरों को जकड़ लिया। तीसरे आरोपित मोहम्मद असलम ने बंधू का गला दबा दिया। दम घुटने से बंधू राय की मौत हो गई। मौत के बाद तीनों आरोपित घटनास्थल से फरार हो गए।

बताया जा रहा है कि फरार होने के दौरान शकील, बबलू और असलम ने बंधू की जेब में रखे रुपए भी लूट लिए थे। स्थानीय थाना पुलिस ने तीनों आरोपितों को खोजने की काफी कोशिश की लेकिन वो हाथ नहीं आए। लगातार फरार रहने की वजह से दिल्ली की एक अदालत ने 31 अगस्त 2018 को इन तीनों को घोषित अपराधी करार दिया। तब से पुलिस इन आरोपितों को पकड़ने के लिए कई स्थानों पर दबिश दे चुकी थी।

22 मार्च 2024 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर संदीप डबास को सूचना मिली कि साल 2016 से एक हत्या के मामले में फरार चल रहे 2 आरोपित नजफगढ़ की अनाज मंडी आने वाले हैं। इस सूचना पर पुलिस ने अपना जाल बिछाया। सूचना सही पाई गई और शकील व बबलू को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में इन्होने बताया कि पुलिस से बचने के लिए ये लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे थे। कानूनी औपचारिकताओं का पालन करते हुए इन्हें अदालत में पेश कर के जेल भेज दिया गया है। अब पुलिस को फरार चल रहे तीसरे आरोपित असलम की तलाश है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

साउथ में PM मोदी का जलवा: रोड शो में उमड़ी भारी भड़ी, रथ पर सवार प्रधानमंत्री का झलक पाने के लिए बेताब दिखे लोग;...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और जनसेना पार्टी के मुखिया पवन कल्याण भी रथ पर मौजूद रहे।

‘अढ़ाई दिन का झोपड़ा असली मालिकों को सौंपा जाए’: जैन संतों उस मंदिर का किया दौरा, जिसे मुस्लिम आक्रांता कुतुबद्दीन ऐबक ने तोड़कर बना...

जैन भिक्षुओं और उनके अनुयायियों ने अपनी यात्रा के दौरान मस्जिद के केंद्रीय क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया। मुनि सुनील सागर ने स्थल पर पत्थर के मंच पर दस मिनट तक प्रवचन किया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -