गुजरात के भावनगर में राजस्थान के दर्जी कन्हैयालाल हत्याकांड जैसी वारदात को दोहराने की कोशिश की गई है। पीड़ित विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों से जुड़े यहाँ के एक हिंदू दुकानदार की हत्या करने की कोशिश की गई। हमलावरों की पहचान साहिल, शौकत और मुन्ना के रूप में हुई है। पीड़ित का आरोप है कि हनुमान चालीसा बजाने पर पहले भी उन पर हमला किया जा चुका है।
ऑपइंडिया के पास मौजूद एफआईआर की कॉपी के मुताबिक, भावनगर के कुंभरवाड़ा में राजेंद्र भाई चौहान दर्जी का काम करते हैं। उन्होंने बोरातलाव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है कि 01 फरवरी 2024 की शाम करीब सात बजे वो अपनी दुकान में काम कर रहे थे। उसी समय पड़ोस में रहने वाले साहिल पादर्शी और शौकत माँकड़ वहाँ आ गए।
शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि उस समय साहिल के हाथ में लोहे का पाइप था। दुकान पर आने के बाद दोनों ने उनके साथ गाली-गलौच शुरू कर दी। इस दौरान साहिल ने कहा, “तुमने मेरे दादा बिलाल भाई के खिलाफ शिकायत क्यों की है?” इतना कहकर साहिल ने लोहे की पाइप से हमला कर दिया। इस हमले में उनके दाहिने कान के ऊपर सिर में चोट लगी। इससे उनके सिर से खून निकलने लगा।
इसके बाद राजेंद्र भाई चिल्लाने लगे और शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुँचे। लोगों को आता देख हमलावर वहाँ से भाग खड़े हुए। साहिल और शौकत के हमले में घायल राजेंद्र भाई चौहान को इलाज के लिए लोगों ने नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद उनका इलाज शुरू किया या। यह घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
Kanhaiya Lal Part 2
— Amitabh Chaudhary (@MithilaWaala) February 3, 2024
A tailor playing Hanuman Chalisa in his shop in Bhavnagar was attacked and brutally injured in Gujarat's, Bhavanagar by peaceful community men who tried to slit his throat
Hindu's cant celebrate their festival, can't play their religious Bhajan even, this… pic.twitter.com/x8bASGhD6n
शिकायत में कहा गया है कि कुछ दिन पहले साहिल का अब्बू मुन्ना बिलाल पदर्षी उनकी दुकान पर आया था। वहाँ पहुँचकर उसने राजेंद्र भाई चौहान को धमकाते हुए पूछा था कि उन्होंने उसके बेटे साहिल के खिलाफ शिकायत क्यों करवाई है। मुन्ना बिलाल ने धमकी दी कि अगर राजेंद्र भाई ने उसके बेटे के खिलाफ दी गई शिकायत वापस नहीं ली तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
हनुमान चालीसा बजाने को लेकर अक्सर धमकी देते थे: पीड़ित ने ऑपइंडिया से बातचीत की
राजेंद्र भाई चौहान से ऑपइंडिया ने संपर्क किया और इस पूरे घटना क्रम की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले पड़ोस में रहने वाले शौकत से उनका विवाद हो गया था। इसके बाद बिलाल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी थी। राजेंद्र भाई ने बताया कि यह हमला हनुमान चालीसा बजाने के मुद्दे पर हुई झड़प के जवाब में किया गया था।
उन्होंने ऑपइंडिया से बताया, ”मैं अपनी दुकान में हनुमान चालीसा बजाता रहता हूँ, जिसे लेकर 6-7 महीने पहले आरोपियों से हमारी झड़प हो गई थी। एक बार जब हनुमान चालीसा चल रही थी तो आरोपितों ने आकर टेप बंद कर दिया था।” उन्होंने कहा कि आसपास हिंदू-मुस्लिम, दोनों समुदायों के घर हैं, लेकिन हनुमान चालीसा का विरोध सिर्फ यही परिवार करता है। बाकी किसी को कोई आपत्ति नहीं थी।
हनुमान चालीसा की वजह से ही 31 जनवरी 2024 को भी झगड़ा हुआ था। इसको लेकर दोनों पक्षों ने पुलिस में शिकायत की थी। पुलिस में शिकायत दर्ज करा कर लौटे राजेंद्र भाई अपने दुकान के पास सीसीटीवी कैमरा लगवा रहे थे, तभी उसके साथ यह मारपीट हुई। उनका कहना है कि यह पिटाई हनुमान चालीसा के मुद्दे पर चल रहे झगड़े में ही की गई है।
भारत-पाक मैच के दौरान भी हुआ था हंगामा
राजेंद्रभाई चौहान ने आगे बताया कि अक्टूबर में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच के दौरान जब लड़के चौक पर पटाखे फोड़ रहे थे तो बिलाल के परिवार का दामाद उनसे भिड़ गया था। उसने जान से मारने की धमकी भी दी थी। इसके बाद राजेंद्र भाई ने शिकायत दर्ज कराई थी।
जब उनसे एफआईआर में हनुमान चालीसा मुद्दे का जिक्र नहीं होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मैंने पुलिस को सारी जानकारी दी, लेकिन उन्होंने एफआईआर में इसका जिक्र नहीं किया तो मैं क्या कर सकता हूँ? मैंने सारी जानकारी पुलिस को दे दी थी।” इस मामले में कुछ समय पहले ही कुछ पुलिस अधिकारी उनके घर आकर बयान ले गए थे।
राजेंद्रभाई ने बताया कि वो विश्व हिंदू परिषद (VHP) के सक्रिय कार्यकर्ता हैं। पिछले 2 वर्षों से वे प्रत्येक हनुमान जयंती के दिन शोभा यात्रा निकालने के क्रम में सक्रिय रहते हैं। इसके साथ ही वो आसपास के हिंदुओं को लेकर काँवड़ यात्रा भी निकालते हैं। इसके अलावा भी वह कई हिंदूवादी गतिविधियों में शामिल रहते हैं।
भावनगर पुलिस बोली- जाँच जारी है
ऑपइंडिया ने इस मामले में पुलिस से भी संपर्क किया। पूरे मामले की जाँच का जिम्मा संभाल रहे अधिकारी और बोरतलाव थाने के पीएसआई केसी रेहवार ने हमें बताया, “एफआईआर मौजूदा घटना के आधार पर दर्ज की गई है। इसलिए इसमें हनुमान चालीसा का कोई जिक्र नहीं है। दोनों पक्षों में आमना-सामना हुआ, जिसमें याचिका दायर होने के बाद एहतियाती कदम उठाए गए। हम जाँच कर रहे हैं जाँच के बाद ही पूरी जानकारी सामने आएगी।”