हल्द्वानी हिंसा की एक्सक्लूसिव वीडियो ऑपइंडिया को मिल गई हैं। इनमें से एक में दिख रहा है कि बनभूलपुरा में हिंसा की शुरुआत से पहले एक जगह मुस्लिम भीड़ एक हिंदू युवक को पकड़कर उसको पीट रही है। इस भीड़ में एक हरी टीशर्ट में युवक भी दिख रहा है। दावा है कि हल्द्वानी हिंसा के समय जो फायरिंग हुई उसमें उसका भाई फईम कुरैशी (26) भी मरा है। कुछ लोग जहाँ इस मौत पर पुलिस को बदनाम कर रहे हैं वहीं चश्मदीदों का कहना कुछ और ही है।
हिंदू जब अकेला हो, तो घेर कर मारो
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) February 12, 2024
जब कार्रवाई हो तो 'मुस्लिमों पर जुल्म' का ढोल बजाओ#HaldwaniRiots से जुड़ा #Exclusive वीडियो।
एक गरीब हिन्दू को घेर कर मारती मुस्लिम भीड़। हल्द्वानी के शुरुआती वीडियो से समझिए कैसे अत्याचार के बावजूद 'अल्पसंख्यक' वाला खेला जाता है नैरेटिव pic.twitter.com/YBRsdDjb7T
ऑपइंडिया को प्राप्त वीडियो में फईम कुरैशी पुलिस को हाथ दिखाते दिख रहा था। वहीं उसका भाई हिंदू युवक को पीटने वाली भीड़ में शामिल था। हमने जब चश्मदीदों से घटना पर बात की तो गाँधी नगर में एक दलित समुदाय के युवक ने बताया- “जो मरे वो किसी की गोली से नहीं मरे। हुआ क्या कि जब वो गोली चला रहा था तो उसे उसकी ही गोली लग गई।”
नीचे वीडियो में आप चश्मदीद की बात सुन सकते हैं।
चश्मदीद के बयान के अलावा ऑपइंडिया के पास फईम कुरैशी की वीडियो भी मौजूद है जिसका जिक्र चश्मदीद ने किया। वीडियो में देख सकते हैं कि पीली शर्ट में वो लड़का पहले अपनी भीड़ के साथ सड़क के बीच में खड़ा होता है और फिर जाकर किनारे में खड़ा हो जाता है। जब पुलिस उसके सामने से गुजरती है तो वो उन्हें हाथ हिलाकर ललकारने वाले अंदाज में कुछ कहता दिखता है। वहीं बाकी भीड़ पुलिस को देखने लगती है।
बता दें कि हल्द्वानी में 8 फरवरी 2024 को एक अवैध मस्जिद हटाने की प्रक्रिया के दौरान इस्लामी कट्टरपंथियों की भीड़ ने पुलिस पर हमला किया था। पहले इस भीड़ ने पुलिस पर छतों से पत्थर फेंके थे, उसके बाद यह लोग पेट्रोल बम आदि लेकर सड़कों पर उतर आए थे। दंगाई भीड़ के पास असलहे भी थे। इन्होंने पुलिसकर्मियों को मारने और जलाने की कोशिश की थी। इसके अलावा थाने पर हमला करके उसे भी लूटा था। दंगाई भीड़ पर काबू पाने के बाद पुलिस ने इन पर कार्रवाई शुरू की तो अब तक इस मामले में 30 लोगों को गिरफ्तार किया है। पूरे प्रकरण में 3 एफआईआर दर्ज हुई हैं। सीसीटीवी आदि के माध्यम से बाकी आरोपितों को पकड़ने का प्रयास भी हो रहा है।