दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों ने फिर से राज्य में सामान्य हो रहे व्यापार को रोकने के लिए घिनौनी कोशिश की है। सोमवार (अक्टूबर 28, 2019) को आतंकियों ने एक ट्रक ड्राइवर को मार दिया। पिछले कुछ दिनों से आतंकी लगातार ट्रक ड्राइवर्स को निशाना बना रहे हैं, क्योंकि घाटी व शेष भारत के बीच व्यापार का अहम जरिया ट्रक ही है। सेब का व्यापार भी ट्रक द्वारा ही किया जाता है। उधमपुर स्थित कटरा के निवासी नारायण दत्त छठे ट्रक ड्राइवर हैं, जिन्हें अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद जान गँवानी पड़ी है।
नारायण दत्त पर ये हमला बिजबेहरा के कनिलवान इलाक़े में हुआ। आतंकियों ने उन पर गोली चलाई, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। वहाँ 2 अन्य ट्रक ड्राइवर भी थे, जिनकी जान को ख़तरा था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकरी ने तुरंत घटनास्थल पर पहुँच कर अन्य ट्रक ड्राइवरों की जान बचाई। हालाँकि, अन्य घटनाओं की तरह आतंकियों ने ट्रक में आग नहीं लगाई। इलाक़े में घेराबंदी कर के सुरक्षा बल तलाशी अभियान चला रहे हैं, ताकि हमलावरों को पकड़ा जा सके। ये हमला यूरोपियन पार्लियामेंट के 28 सदस्यीय पैनल के दौरे से एक दिन पहले हुआ।
जम्मू-कश्मीर में आतंकी ऐसे ट्रक ड्राइवरों को निशाना बना रहे हैं, जो बाहर से आते हैं। 24 अक्टूबर को सेब लेकर जा रहे ट्रक ड्राइवर की शोपियाँ में हत्या कर दी गई थी। उससे पहले 14 अक्टूबर को शरीफ ख़ान नामक ट्रक ड्राइवर की हत्या कर दी थी। उसकी गाड़ी पर राजस्थान का नंबर था। इसके ठीक 2 दिनों बाद शोपियाँ में ही चरणजीत नामक पंजाबी व्यापारी की हत्या कर दी गई थी, जबकि एक अन्य इस हमले में बाल-बाल बच गया था। उसी दिन पुलवामा में छत्तीसगढ़ के ईंट-भट्ठा मजदूर की हत्या कर दी गई थी।
कश्मीर : आतंकियों ने अनंतनाग में ट्रक ड्राइवर की गोली मारकर हत्या की, राज्य में दो हफ्ते में ऐसी चौथी घटनाhttps://t.co/UZSYguRt5I #JammuAndKashmir pic.twitter.com/473zjHaCow
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) October 29, 2019
मंगलवार को यूरोपियन पार्लियामेंट का प्रतिनिधिमंडल भी जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुँचेगा। ये लोग वहाँ रात भी गुजारेंगे और आम नागरिकों से बातचीत कर स्थिति का अवलोकन करेंगे। यूरोपियन पैनल जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों से भी बातचीत करेगा। इससे एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने यूरोपियन डेलीगेशन को पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को लेकर जानकारी दी। घाटी के हालात को लेकर भारत सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का भी विवरण दिया गया।