Tuesday, May 14, 2024
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POK के लिए जान दे देंगे जान… वाले मोड में लौटे गृहमंत्री अमित शाह, बोले- वहाँ का हिंदू-मुस्लिम सब हमारे, चुनावी बॉन्ड पर कॉन्ग्रेस को रगड़ा

अमित शाह ने हाल में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, चुनावी बॉन्ड, वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने इंडिया कॉन्क्लेव में राहुल कंवल से बात करते हुए साफ कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर हमारा है। वह अखंड भारत का हिस्सा है।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हाल में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, चुनावी बॉन्ड, वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने इंडिया कॉन्क्लेव में राहुल कंवल से बात करते हुए साफ कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर हमारा है। वह अखंड भारत का हिस्सा है।

अमित शाह ने यह जवाब राहुल कंवल के सवाल पर दिया। कंवल ने उनसे कहा था कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को हम भारत का हिस्सा मानते हैं। वहाँ पर अगर किसी का उत्पीड़न हो रहा हो, या कोई बलोच हो जो वहीं की परिस्थिति से परेशान हो। उसका उत्पीड़न हो रहा है…? इस पर अमित शाह ने कहा, “पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का हिस्सा है और इसमें हिंदू-मुस्लिम का सवाल पैदा ही नहीं होता। वहाँ जो मुसलमान हैं वो भी हमारे हैं वहाँ जो हिंदू हैं वो भी हमारे हैं।”

इस पर राहुल कंवल ने सबको बताना चाहा- ये गृहमंत्री बड़ी बात बोल रहे हैं। इस पर अमित शाह ने उन्हें कहा, “इसमें क्या बड़ी बात है। मैंने ये सब संसद में भी बोला हुआ है तुम बातों को बड़ा मत बनाओ। तुम शो को बड़ा मत बनाओ। POK भारत का हिस्सा है। वहाँ का मुसलमान भी हमारा है और हिंदू भी हमारा है।” इसके बाद तालियों से सभा गूँज गई।

याद दिला दें इससे पहले 2019 में आर्टिकल 370 खत्म करते वक्त अमित शाह ने कहा था कि पीओके भारत का हिस्सा है और इसके लिए हम जान दे देंगे।

चुनावी बॉन्ड पर बोले अमित शाह

इसी कॉन्क्लेव में चुनावी बॉन्ड पर भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी बात रखी। साथ ही वन नेशन वन इलेक्शन की महत्वता को भी समझाया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए उन्होंने कहा, “भारतीय राजनीति में काले धन के प्रभाव को खत्म करने के लिए चुनावी बॉण्ड लाए गए। उच्चतम न्यायालय का फैसला सभी को मानना होगा। मैं उच्चतम न्यायालय के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करता। उसका पूरा सम्मान करता हूँ, लेकिन मुझे लगता है कि चुनावी बॉण्ड को पूरी तरह खत्म करने की बजाय इसमें सुधार किया जाना चाहिए था।”

उन्होंने कहा, “मैं अपनी बात कहना चाहता हूँ। ये फैलाया गया है कि चुनावी बॉन्ड से बीजेपी को फायदा हुआ है…राहुल गाँधी ने तो इसे सबड़े बड़ी उगाही का जरिया बताया है। पता नहीं, इन्हें कौन ये सब लिखकर देता है। कुल 20,000 करोड़ रुपए के चुनावी बॉण्ड में से भाजपा को लगभग 6,000 करोड़ रुपए मिले। बाकी बॉण्ड कहाँ गए? 14000 के बॉन्ड कहाँ गए? टीएमसी को 1,600 करोड़ रुपए मिले, कॉन्ग्रेस को 1,400 करोड़ रुपए मिले। बीआरएस को 1,200 करोड़ रुपए, बीजद को 775 करोड़ रुपए और द्रमुक को 639 करोड़ रुपए मिले।”

शाह ने कहा, “303 सांसद होने के बावजूद हमें 6,000 करोड़ रुपए मिले हैं और बाकियों को 242 सांसदों के बावजूद 14,000 करोड़ रुपए मिले हैं। किस बात को लेकर इतना हंगामा है? मैं कह सकता हूँ कि एक बार हिसाब-किताब हो जाने के बाद वे आप सभी का सामना नहीं कर पाएँगे।”

अपनी बात रखते हुए उन्होंने एक राष्ट्र एक चुनाव की भी बात की। उन्होंने कहा कि देश भर में कई बार चुनाव होने के कारण इसमें बड़ी मात्रा में धन खर्च होता है। उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण सरकार की निर्णय लेने की क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और विकास कार्य रुक जाते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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