Monday, November 25, 2024
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‘मुझे यकीन नहीं है कि मुस्लिम ने मारा’: बदायूँ में हिंदू बच्चों को कसाई की तरह रेत दिया, सोशल मीडिया में इस्लामी-लिबरल बता रहे ‘विवाद-मनगढ़ंत कहानी’

इस्लामी कट्टरपंथी और लिबरल इस मामले में जहाँ यह सिद्ध करने में जुटे हैं कि साजिद-जावेद और मृतक बच्चों के परिवार के बीच पुराना विवाद था। इसके जरिए वह इस हत्या को एक आपसी विवाद का रंग देना चाह रहे हैं। कुछ कट्टरपंथियों को यह चिंता है कि साजिद और जावेद की दुकान पर आम जनता ने गुस्सा क्यों निकाला।

उत्तर प्रदेश के बदायूँ में कल शाम (19 मार्च, 2024) को साजिद ने दो हिन्दू बच्चों आयुष और हनी की उनके ही घर में गला रेत कर हत्या कर दी। आरोपित साजिद का एनकाउंटर हो गया है। इस घटना में जावेद नाम का आरोपित भी संलिप्त बताया जा रहा है। हालाँकि, अब इन हत्यारों के बचाव में भी इस्लामी कट्टरपंथी उतर आए हैं।

इस्लामी कट्टरपंथी और लिबरल इस मामले में जहाँ यह सिद्ध करने में जुटे हैं कि साजिद-जावेद और मृतक बच्चों के परिवार के बीच पुराना विवाद था। इसके जरिए वह इस हत्या को एक आपसी विवाद का रंग देना चाह रहे हैं। कुछ कट्टरपंथियों को यह चिंता है कि साजिद और जावेद की दुकान पर बदायूँ की आम जनता ने गुस्सा क्यों निकाला।

लगातार ट्विटर पर घृणा फैलाने और खुद को पीस पार्टी का प्रवक्ता बताने वाला शादाब चौहान इस मामले में इस बात से अधिक चिंतित दिखा कि साजिद और जावेद की दुकान पर आम जनता ने गुस्सा निकाला। शादाब ने इस बात पर जोर दिया कि जावेद और साजिद के खिलाफ गुस्सा ना दिखाया जाए।

उसने यह नैरेटिव भी बढ़ाने की कोशिश की कि दोनों परिवारों के बीच विवाद था इसीलिए हत्या हुई और फिर घर जलाया गया। हालाँकि, यह स्पष्ट है कि आरोपितों का घर नहीं जलाया गया बल्कि जहाँ वह सैलून चलाते थे वहाँ तोड़फोड़ हुई है। शादाब ने एक आरोपित साजिद के एनकाउंटर को भी गलत ठहराया।

वहीं एक और बाबू खान नाम के अकाउंट ने इस बात पर जोर दिया कि अमीर हत्या करके बचते हैं और बच्चों की गला रेत कर हत्या करने वाला गरीब मुस्लिम हैं। बाबू खान ने हत्या के प्रति संवेदनशीलता ना जता कर इस मामले में हिन्दू मुस्लिम एंगल देखा और बताया कि हत्यारे मुस्लिम हैं इसीलिए उनका एनकाउंटर हुआ है।

एक और अबरार हसन ने इस बात में मुस्लिम हत्यारों की बजाय मॉब लिंचिंग जैसे मुद्दों का प्रलाप किया।

एक और व्यक्ति ने इस मामले पर बता डाला कि यह ‘संघ’ की साजिश है। उसने बताया कि बच्चों की उस्तरा से गला रेतने की हत्या पहले बनाई हुई कहानी है। उसने इसे चुनाव से भी जोड़ दिया।

उसने इस बात पर विश्वास करने से भी मना कर दिया कि हत्या मुस्लिम है।

समाचार चैनल आजतक द्वारा इस सम्बन्ध में चलाई गई खबर के कमेन्ट सेक्शन में कई मुस्लिम इसे झूठी खबर बताने लगे। उन्होंने इस बात जोर दिया कि आरोपित मुस्लिम है इसलिए एनकाउंटर हुआ है।

अभी इस मामले में पुलिस की जाँच चल रही है और जावेद नाम के आरोपित की तलाश हो रही है। बच्चों का पोस्टमार्टम अभी किया जाना बाकी है। बदायूँ में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी मात्रा में फ़ोर्स तैनात किया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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