Wednesday, November 20, 2024
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जिस महिला पत्रकार की मुस्कान कैमरे में दिखाना चाहते थे राहुल गाँधी, अब कॉन्ग्रेस ने बनाया अपना राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक: जानिए कौन हैं सुप्रिया भारद्वाज, क्यों ट्रॉल हो रहीं श्रीनेत

ससे पहले ये पद राधिका खेड़ा सँभाल रही थीं, लेकिन पार्टी में प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया और भाजपा का दामन थाम लिया।

कॉन्ग्रेस पार्टी अक्सर सवाल पूछने वाली मीडिया को ‘गोदी मीडिया’ कह कर संबोधित करती रही है। खुद पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी पत्रकारों को भाजपा का एजेंट तक बता कर अपमानित करते हैं। ये अलग बात है कि रवीश कुमार, अजीत अंजुम, पुण्य प्रसून वाजपेयी और ध्रुव राठी जैसे यूट्यूबरों का एक समूह पत्रकारिता के नाम पर इसी कॉन्ग्रेस का प्रोपेगंडा आगे बढ़ाते रहता है। अब पार्टी ने एक पत्रकार को ही राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक के दायित्व से नवाज़ा है।

सुप्रिया भारद्वाज एक पत्रकार रही हैं, जो कम्युनिकेशन स्किल पर लंबे समय तक काम कर चुकी हैं। उनका पत्रकारिता का करियर 16 वर्षों का रहा है। वो TOI, NewsX, TV9 और ‘इंडिया टुडे’ के साथ काम कर चुकी हैं। उन्होंने BAA किया हुआ है, साथ ही उनके पास मास कम्युनिकेशंस में मास्टर्स की डिग्री है। इससे पहले ये पद राधिका खेड़ा सँभाल रही थीं, लेकिन पार्टी में प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया और भाजपा का दामन थाम लिया।

राधिका खेड़ा ने बताया था कि अयोध्या स्थित राम मंदिर में रामलला का दर्शन करने के बाद उन्हें टॉर्चर किया जा रहा था। सुप्रिया भारद्वाज लंबे समय से अपने सोशल मीडिया हैंडल्स से कॉन्ग्रेस का एजेंडा आगे बढ़ाती रही हैं। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान TV9 के लिए उन्होंने राहुल गाँधी का इंटरव्यू लिया था, जिसमें राहुल गाँधी ने खुद बताया था कि संसद में सुप्रिया भारद्वाज ने उनसे कहा था कि ‘राफेल का मुद्दा खून में घुस गया है।’ याद दिलाते चलें कि तब फ़्रांस के साथ राफेल विमान के सौदों में घोटाले का आरोप लगाया गया था, जिसे सुप्रीम कोर्ट और CAG ने नकार दिया था।

उस इंटरव्यू के दौरान ‘चौकीदार चोर है’ के नारे भी लगाए गए थे। इस दौरान मुस्कुराती हुई सुप्रिया भारद्वाज का चेहरा भी राहुल गाँधी ने कैमरामैन को दिखाने को कहा था। सुप्रिया भारद्वाज ने ‘इंडिया टुडे’ में एक लेख भी लिखा था, जिसमें उन्होंने राहुल गाँधी की दाढ़ी, उनके बाल और सूट तक की तारीफ़ की थी। उनकी ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) टाइमलाइन पर कॉन्ग्रेस पार्टी के ही ट्वीट्स मिलेंगे। साथ ही वो 2019 की तरह 2024 में भी राहुल गाँधी के लिए हवा बना रही हैं।

उधर सुप्रिया भारद्वाज को नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर बनाए जाने पर लोग सुप्रिया श्रीनेत को ट्रॉल कर रहे हैं। वो पार्टी की प्रवक्ता हैं और अक्सर प्रेस कॉन्फ्रेंस और टीवी डिबेट्स में नज़र आती हैं। लोगों का कहना है कि एक तो उन्हें टिकट नहीं मिला, ऊपर से अब सुप्रिया भारद्वाज को लेकर सुप्रिया श्रीनेत को बैकसीट दे दी गई है। कंगना रनौत पर अमर्यादित टिप्पणी को लेकर चुनाव आयोग भी उन्हें फटकार चुका है। सुप्रिया श्रीनेत भी पहले पत्रकार ही हुआ करती थीं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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