कर्नाटक के फैन हत्याकांड मामले में कुछ नए खुलासे हुए हैं। सबसे पहले तो रेणुका स्वामी की ऑटोप्सी रिपोर्ट से पता चला है कि रेणुका को अपहरण के बाद मार-मारकर इतना टॉर्चर किया गया था कि उसके शरीर से अत्यधिक खून बहने के कारण वो शॉक में चला गया था और उसका हैमरेज हो गया था। इसके अलावा इस मामले में पुलिस की जाँच से ये भी सामने आया है कि आरोपितों ने हत्या के बाद खून से सने कपड़े बदलने के लिए रिलायंस स्टोर से जाकर कपड़े खरीदे थे। पुलिस ने एक्टर के कपड़े और अन्य सबूत उसके आरआर नगर स्थित आवास से किए हैं।
गिरफ्तारी के बाद दर्शन ने बताया था कि उसने हत्या की रात पहने कपड़े उसके घर पर छोड़े थे। ऐसे में पुलिस दर्शन को घर लेकर गई, जहाँ छानबीन में पहले कुछ नहीं मिला। बाद में टेरेस पर देखा तो वहाँ कपड़ों को धोकर सूखने के लिए डाल दिया गया था। पुलिस ने सारे कपड़े, जूते भी घर से बरामद किए हैं। दर्शन की रिमांड कॉपी से ये भी जानकारी सामने आ रही है कि अभिनेता ने इस मामले में अपने नाम को रफा-दफा कराने के लिए आरोपित प्रदोष को कुल 30 लाख रुपए दिए थे। इस रकम में बाकी आरोपितों को दी गई 5-5 लाख रुपए की राशि भी सम्मिलित थी। पुलिस को पड़ताल में आरोपितों के घर से इन रुपयों में से कुछ रुपए बरामद भी हुए हैं।
वहीं आरोपितों ने पूछताछ में बताया है कि उन्होंने रेणुका स्वामी को पीटने के लिए लाठी, पेड़ की टूटी छड़ और बोतल का इस्तेमाल किया था। छानबीन में घटनास्थल से पुलिस को रेणुकास्वामी के कपड़े बरामद हुए हैं। पुलिस ने घटना को अंजाम देने के लिए प्रयोग में लाई गई स्कॉर्पियो भी जब्त कर ली है। कार की बैक सीट पर खून के धब्बे मिले हैं। पुलिस ने अब तक कुल 10 फोन को फॉरेंसिक जाँच के लिए भेजा है।
ये भी मालूम चला है कि आरोपित प्रदोश और राघवेंद्र ने मृतक के मोबाइल फोन को नाले में फेंक सबूत मिटाने की कोशिश की। इसके बाद राघवेंद्र ने मृतक के कपड़ों को आरआर नगर की खाली जगह पर ठीकाने पर लगाया। इसके बाद शव को भी नाले के पास फेंक दिया गया, जिसे कुत्तों को नोचते एक फूड डिलीवरी ब्वॉय ने देखा और फिर उसने इस संबंध में जानकारी दी, तब जाकर मामला खुला।