कोटा की एक लड़की को ईसाइयत के यहोवा विटनेस संप्रदाय वालों ने धर्मांतरित करने की कोशिश की। लड़की मूकबधिर है। लड़की को भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन पर परिवार वालों ने पुलिस की सहायता से बरामद किया। परिवार ने आरोप लगाया कि लड़की को धर्मांतरण के लिए इंदौर से दिल्ली ले जाया जा रहा था। परिवार ने लड़की के ब्रेनवाश का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले में पुलिस के आईजी को भी शिकायत दी है। इस मामले में दो अन्य लड़कियों से पूछताछ की है, जो धर्मांतरण की आरोपित बताई गई हैं।
पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, कोटा निवासी 23 वर्षीय सुरभि मेहता जयपुर में रहती है। यहाँ रह कर वह पढ़ाई करती है। सुरभि बोल और सुन नहीं सकती है। जयपुर में ही वह यहोवा के साक्षी (Jehova’s Witness) वालों के अनुयायियों के सम्पर्क में आई।
परिवार ने आरोप लगाया कि वह सुरभि को भी धर्मांतरण के लिए प्रेरित करने लगे। उसे बताने लगे कि अगर सुरभि ईसाइयत में धर्मांतरित हो जाती है तो अगले जन्म में उसकी सुनने-बोलने की क्षमता आ जाएगी। परिवार ने आरोप लगाया कि यह मिशनरी संगठन ऐसे ही हिन्दू मूक बधिर बच्चे निशाने पर लेता है।
परिवार ने बताया कि उनकी लड़की ने उन्हें बताया 19 नवम्बर, 2024 को उनकी बेटी बिना बताए इंदौर चली गई थी। परिवार ने जब जानकारी ली तो पता चला कि वह इनके एक सम्मेलन में शामिल है। यहीं से सुरभि को दिल्ली ले जाने की कोशिश की गई।
सुरभि के परिजनों ने पुलिस में सूचना दी कि उनकी बेटी का कोई पता नहीं लग रहा है। इसके बाद पुलिस ने सुरभि को भीलवाड़ा स्टेशन से इंदौर-दिल्ली एक्सप्रेस से बरामद किया। सुरभि के दो और लड़कियाँ पकड़ी गईं। इसने पुलिस ने पूछताछ की और फिर छोड़ दिया।
सुरभि के परिजनों ने शिकायत में बताया है कि उनकी लड़की इस कदर ब्रेनवाश है कि वह अपने मंदिर नहीं जाती और कई बार समझाने पर भी यहोवा विटनेस वालों के सम्पर्क में रहती है। वर्तमान में सुरभि अपने परिजनों के साथ सुरक्षित है। ऑपइंडिया के पास इस मामले में पुलिस को दी गई शिकायत है।
मामले में परिवार का सहयोग कर बजरंग दल के योगेश रेनेवाल ने ऑपइंडिया से बताया, “यहोवा वालों ने एक मित्र के माध्यम से लड़की से सम्पर्क किया। इसके बाद उसे ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से इशारों की भाषा से ईसाइयत की तरफ आकर्षित किया। उसके मूकबधिर होने का फायदा उठाते हुए उसे अगले जन्म में बोलने का लालच दिया और धर्मांतरण का दबाव डाला।”
गौरतलब है कि यहोवा विटनेस ईसाइयत का ही एक हिस्सा है। इसके मानने वाले जीसस में विश्वास नहीं करते है। यह 19वीं शताब्दी के अंत में अमेरिका में शुरू हुआ था। इसके अलग विश्वास हैं। इसके विश्वास का केंद्र यहोवा नाम का भगवान है। इनको लगता है कि दुनिया का अंत आने वाला है।
इस संप्रदाय का नाम अक्टूबर, 2023 केरल से सामने आया था। डोमिनिक मार्टिन ने यहोवा विटनेस की एक सभा में धमाका किया था। उसने यहोवा विटनेस वालों पर आरोप लगाया था कि यह राष्ट्रविरोधी बातें करते हैं। मार्टिन ने एक वीडियो में बताया, “6 साल पहले उसे लगा कि यह संस्था गलत रास्ते पर है। उनकी शिक्षाएँ राष्ट्र विरोधी हैं। मैंने उनसे कई बार इसे सही करने के लिए कहा। लेकिन वह ऐसा करने के लिए तैयार नहीं थे।”
आगे उसने कहा, “किसी मजहब में आस्था रखने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन यह लोग बताते हैं कि बाकी पूरी दुनिया के लोग खत्म होंगे और यह अपना जीवन जीते रहेंगे। हमें ऐसे समूह के साथ क्या करना चाहिए जो कि 850 करोड़ लोगों के बारे में यह सोचता है। मुझे और कोई रास्ता नहीं सूझा और चूँकि मैं इस विचारधारा से वाकिफ हूँ इसलिए मैंने जवाब देने का निर्णय लिया।”
लाइव के दौरान मार्टिन ने कहा था, “इस राष्ट्र में रहते हुए भी यह लोग देश के लोगों को वेश्या और शापित बता कर अपमानित करते हैं। यह अपने लोगों को समझाते हैं कि बाकी लोगों के साथ हाथ मत मिलाओ और खाना मत खाओ। मुझे लगा कि यह गलत विचारधारा है।”