दिल्ली के हालिया विधानसभा चुनावों में मुसलमानों का जबर्दस्त ध्रुवीकरण दिखा था। उन्होंने आम आदमी पार्टी के पक्ष में एकमुश्त होकर वोट डाले थे। उन 16 विधानसभा सीटों पर जहॉं 15 से 50 फीसदी मुस्लिम आबादी है 12 आप के खाते में गई। लेकिन, ऐसा लगता है कि सत्ता में वापसी के बाद अब आप के लिए शाहीन बाग बेमानी हो गया है। इसके संकेत मुख्यमंत्री केजरीवाल ने खुद बुधवार को दिए।
केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर जाकर भेंट की। विधानसभा चुनाव के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थी। करीब 20 मिनट तक चली मुलाकात के बाद केजरीवाल ने बताया कि इस दौरान दिल्ली के तमाम मसलों पर चर्चा हुई। उन्होंने ट्वीट किया, “गृह मंत्री अमित शाह जी से मिला। बहुत ही फलदायी मुलाकात रही। दिल्ली से जुड़े तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई। हम दोनों सहमत हुए कि दिल्ली के विकास के लिए मिलकर काम करेंगे।” यह पूछे जाने पर कि क्या इस दौरान शाहीन बाग पर कोई बात हुई तो केजरीवाल ने कहा- इस पर कोई चर्चा नहीं हुई।
Met Hon’ble Home Minister Sh Amit Shah ji. Had a very good and fruitful meeting. Discussed several issues related to Delhi. Both of us agreed that we will work together for development of Delhi
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 19, 2020
केजरीवाल ने शाहीन बाग के मसले से ऐसे वक्त में दूरी बनाई है जब विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही वहॉं से भीड़ छंटने की खबरें लगातार आ रही है। मीडिया रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि धरने को जारी रखने के लिए इसके सूत्रधारों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है और अब वे इससे पीछा छुड़ने की जुगत में लगे हैं। शाहीन बाग में सीएए के विरोध में दो महीने से ज्यादा समय से धरना चल रहा है। इनसे बातचीत के लिए सुप्रीम कोर्ट ने वार्ताकारों की एक टीम बनाई है।
Delhi CM Arvind Kejriwal, when asked if Home Minister Amit Shah and he discussed the matter of Shaheen Bagh during their meeting: There was no discussion on that. https://t.co/IerGZ6SKyW
— ANI (@ANI) February 19, 2020
चुनाव का दौरान दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया ने खुलेआम कहा था कि उनकी पार्टी शाहीन बाग के साथ है। लेकिन बाद में आप ने शाहीन बाग से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। ऐसा मुकाबले में बीजेपी के लौटने के अनुमानों के बाद किया गया था। इसके बाद केजरीवाल ने खुद को हनुमान भक्त के तौर पर प्रोजेक्ट करना शुरू किया था। एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने हनुमान चालीसा पढ़ी और मतदान के दिन हनुमान जी के दर्शन भी किए। इतना ही नहीं शपथ लेते वक्त भी उन्होंने आम आदमी की टोपी को विदाई दे टीका लगा रखा था। आप ने हर महीने के पहले मंगलवार को हर विधानसभा क्षेत्र में सुंदर कांड का पाठ करने का फैसला भी किया है।