मध्यप्रदेश की राजनीति में चल रही उठा-पटक के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने एक ट्वीट से इशारा कर दिया है कि भले ही प्रदेश में आज कॉन्ग्रेस के विधायक जाने के कारण उनकी वापसी के कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन वास्तविकता तो ये है कि वे यहाँ से कहीं गए ही नहीं थे।
#MamajiReturns…..??? https://t.co/ZOoq4HB6hL
— Nistula Hebbar (@nistula) March 11, 2020
आज सुबह, ट्विटर पर हमेशा सक्रिय रहने वाले शिवराज सिंह चौहान ने सबको सुप्रभात कहा। उन्होंने लिखा, ” सुप्रभात, मेरे प्यारे भाइयों-बहनों, मेरे प्यारे भांजे-भांजियों:आप का दिन मंगलमय हो।”
अब हालाँकि ये ट्वीट बहुत साधारण था, लेकिन शायद ये मौक़ा साधारण नहीं था। इसीलिए, इस मौक़े का फायदा उठाकर द हिंदू की पत्रकार निस्तूला हेब्बर ने सवालिया निशान लगाकर उनसे पूछ डाला, “#मामाजी रिटर्न्स?” यानी क्या मामाजी वापसी कर रहे हैं? जिसपर ‘मामाजी’ कहे जाने वाले शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें फौरन जवाब में लिखा, “निस्तूला जी, मैं गया ही कहाँ था?”
अब सियासी हलचल के बीच उनका ये रिप्लाई जैसे ही आया, उसी वक्त उनके फॉलोवर्स ने इसपर प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया। एक यूजर ने लिखा,“मामा, ये सब बंद करो और जल्दी से पद ग्रहण करो, कल ही दिन में 5 बार लाइट गई है। अभी तो गर्मी भी नहीं और ये हाल है। अब बर्दाश्त नहीं होता।”
mama, ye sab band karo aur jaldi se padd-grahan karo, kal hee din mein 5 baar light gayee hai, abhi to garmi ayee bhi nahin aur ye haal hai, ab aur bardasht nahin hota
— calcuttawala (@RajeevP85712819) March 11, 2020
इसके बाद एक यूजर्स ने लिखा, “आप ऐसे इंसान हो, जिनको दिल में आने के लिए और बसने के लिए इजाजत है पर निकलना तो मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।”
आप ऐसे इंसान हो, जिनको दिल में आने के लिए और बसने के लिए इजाजत है पर निकलना तो मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
— Chittukuruvi🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@chittukuruvi4) March 11, 2020
एक सोशल मीडिया यूजर ने इस जवाब को मामाजी के बल्ले का करारा प्रहार बताया और एक ने लिखा कि जो जनता के हृदय में निवास करता है। वो भला कहाँ जाएगा।
जो जनता के हृदय में निवास करता है। वो भला कहां जाएगा।
— GauravY (@GauravY11) March 11, 2020
चिंता की बात नहीं, टाइगर अभी जिंदा है।
गौरतलब है कि सोमवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद पूरे प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई। उनके साथ 20 अन्य विधायकों ने भी कॉन्ग्रेस से इस्तीफा दिया। जिससे कॉन्ग्रेस की सरकार खतरे में आ गई और भाजपा के सरकार बनाने पर लगाए जा रहे कयास तेज हो गए।
अब हालाँकि कमलनाथ प्रदेश में अपनी सरकार बनाए रखने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन देखना है कि उनकी ये कोशिशें उन्हें सदन में पर्याप्त संख्याबल दिलाए रखने में मदद कर पाती हैं या नहीं।