Tuesday, November 26, 2024
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सिखों ने मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल सरकार सौंपने की पेशकश की, कहा- यहाँ करिए कोरोना संक्रमितों का उपचार

“महामारी के मद्देनजर दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी लोगों की मदद करने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है। चाहे लोगों को खाना पहुँचाना हो या डॉक्टरी मदद। हम उन्हें हर तरह की सुविधा पहुँचाते रहे हैं। हमने गुरु हरकिशन अस्पताल सरकार को देने की पेशकश की है।"

कोरोना वायरस से जारी जंग के बीच दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने एक महत्वपूर्ण फैसला किया। उसने सरकार को गुरु हरिकिशन सुपर स्पेशलिटी अस्पताल सौंपने की पेशकश की है। सरकार से कहा है कि उसकी छह मंजिला अस्पताल की इमारत का सरकार जब तक चाहे कोविड-19 पीड़ितों और संदिग्धों के इलाज के इस्तेमाल कर सकती है।

यह अस्पताल गुरुद्वारा बाला साहिब में है। डीएसजीएमसी के प्रमुख मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक ​वीडियो ट्वीट कर कहा है कि कोरोना से निपटने के लिए दिल्ली सरकार को गुरु हरकिशन हॉस्पिटल का इस्तेमाल कर सकती है। इस अस्पताल में 50 बेड हैं। हॉस्पिटल की पूरी इमारत में 500 बेड की व्यवस्था है।

सिरसा ने कहा है, “महामारी के मद्देनजर दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी लोगों की मदद करने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है। चाहे लोगों को खाना पहुँचाना हो या डॉक्टरी मदद। हम उन्हें हर तरह की सुविधा पहुँचाते रहे हैं। हमने गुरु हरकिशन अस्पताल सरकार को देने की पेशकश की है। दिल्ली सरकार कोरोना के उपचार के लिए बैंक्वेट हॉल और होटल का इस्तेमाल करना चाहती है। इसके लिए वहॉं जो संसाधन लगाए जाएँगे उनका बाद में कोई इस्तेमाल नहीं रहेगा। लेकिन यही संसाधन अस्पताल में लगाए गए तो उनका स्थायी इस्तेमाल हो सकता है। सरकार को सोच कर संसाधन लगाने चाहिए ताकि बाद में दिल्ली में इलाज के लिए एक बड़ा अस्पताल तैयार हो सके। गुरु हरिकिशन अस्पताल का सरकार जब तक चाहे इस्तेमाल कर सकती है।”

गौरतलब है कि गुरु हरकिशन अस्पताल का संचालन गुरुद्वारा बाला साहिब द्वारा किया जाता है। 500 बेड वाली जो इमारत देने की पेशकश DSGMC ने की है वह 11 एकड़ में फैला है। इसके फर्निंशिंग का कुछ काम अभी बाकी है।

सिरसा की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा गया है कि अगर सरकार चाहे, तो वह उस जगह पर जाए और उसके इस्तेमाल की संभावना को देखे। होटल और बैंक्वेट हॉल में पैसा खर्च कर संसाधन जुटाने की बजाए इसका सही जगह उपयोग होना चाहिए। इससे संसाधन और उसमें किया गया निवेश बर्बाद नहीं होगा और बाद में भी दिल्ली के लोगों के काम आएगा। दिल्ली सरकार को लिखे गए पत्र में कमेटी ने इस महामारी के समय को मानवता के लिए मुश्किल समय बताया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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