Monday, November 25, 2024
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बंगाल में अमित शाह: मिदनापुर रैली पर नजरें, 10000 कार्यकर्ताओं के साथ शुभेंदु अधिकारी के BJP में शामिल होने की अटकलें

बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह का मानना है कि अगले साल जनवरी तक टीएमसी के 60 से 65 विधायक उनके साथ आ सकते हैं। इस बीच यह खबर भी आई है कि माकपा विधायक तापसी मंडल भी ‘कमल’ थामने जा रही हैं। बैरकपुर के टीएमसी विधायक शीलभद्र दत्ता और उत्तरी काठी से विधायक बनाश्री मैती ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल पहुँच गए हैं। आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने और कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए वे मिदनापुर में रैली करेंगे। उससे पहले उन्होंने NIA के अधिकारियों के साथ बैठक की। मिदनापुर में शुभेंदु सहित कुछ TMC नेता भाजपा का दामन थाम सकते हैं। वे रामकृष्ण मिशन जाकर स्वामी विवेकानंद और उनके गुरु को श्रद्धांजलि भी देंगे। दोपहर में सिद्धेश्वरी मंदिर और देवी महामाया मंदिर में उनका पूजा-पाठ का कार्यक्रम है। इस बीच टीएमसी के बागी विधायक जितेंद्र तिवारी अपने पुराने स्टैंड से पलट गए हैं।

TMC छोड़ने का ऐलान कर चुके दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी के इस्तीफे को स्वीकार करने से पश्चिम बंगाल विधानसभा के स्पीकर बिमान बनर्जी ने इनकार कर दिया है। उन्होंने शुक्रवार (दिसंबर 18, 2020) को कहा कि शुभेंदु का इस्तीफा न तो सदन के नियमों के अनुरूप है और न ही संविधान के प्रावधानों का पालन करता है। उन्होंने कहा कि शुभेंदु ने व्यक्तिगत रूप से उन्हें अपना इस्तीफा नहीं सौंपा और वे इसे लेकर निश्चित नहीं हैं कि उनका ये कदम स्वेच्छा से लिया गया और वास्तविक है।

साथ ही विधानसभाध्यक्ष ने शुभेंदु अधिकारी को दिसंबर 21 को व्यक्तिगत रूप से उनके चैंबर में हाजिर होकर इस्तीफा सौंपने को कहा है। उन्होंने नियम-कायदों का हवाला देते हुए कहा कि जब तक ये पुष्ट नहीं होगा कि ये इस्तीफा स्वैच्छिक और वास्तविक है, वे इसे स्वीकार नहीं कर सकते। ये भी ध्यान देने वाली बात है कि आज जिस मेदिनीपुर में पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली है, वो शुभेंदु अधिकारी का ही गढ़ है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे अपने 10,000 कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा का दामन थामेंगे।

इनमें कई बड़े नेता, TMC कार्यकर्ता और पंचायतों में बड़े पदों पर काबिज नेता होंगे। उधर विधायक जितेंद्र तिवारी के इस्तीफा मामले में भी नया ड्रामा शुरू हो गया है। इस्तीफा सौंपने के 24 घंटे के भीतर तिवारी ने यूटर्न ले लिया और पार्टी आलाकमान से अपील की कि वो उनका इस्तीफा न स्वीकार करे, क्योंकि उनसे गलती हो गई है। शुक्रवार को उन्होंने TMC नेता अरूप विश्वास और प्रशांत किशोर के साथ बैठक के बाद ऐसा कहा। कोलकाता के सुरुचि संघ क्लब में हुई इस बैठक के बाद उन्होंने कहा कि कुछ गलतफहमियों की वजह से उनसे गलती हुई।

पांडवेश्वर के विधायक जितेंद्र तिवारी ने कहा, “ये पूरी तरह से मेरी गलती थी। मुझे बताया गया है कि ‘दीदी’ को मेरे इस कदम से गहरा धक्का लगा है। मैं ऐसा कुछ ही नहीं कर सकता, जिससे ‘दीदी’ को दुःख पहुँचे। मैं ममता बनर्जी से व्यक्तिगत रूप से मिल कर उनसे माफ़ी माँगूँगा। मैं TMC (तृणमूल कॉन्ग्रेस) के लिए काम करता रहूँगा।” अरूप विश्वास ने भी कहा कि TMC सदस्य के रूप में ममता बनर्जी के वफादार सिपाही की तरह तिवारी भाजपा से लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि परिवार में अनबन होती रहती है।

सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि कल पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने शुभेंदु अधिकारी से उनके जन्मदिन के अवसर पर बात की और कहा कि उनके भाजपा में आने से दक्षिण बंगाल में पार्टी का कद बढ़ेगा। भाजपा सांसद नितीश प्रामाणिक ने कहा कि जहाँ नॉर्थ बंगाल में भाजपा ने 2019 लोकसभा चुनावों में TMC का किला ढाह दिया, साउथ बंगाल में उसका थोड़ा-बहुत असर बचा हुआ है। अमित शाह अपने इस बंगाल दौरे में बीरभूम में भी रोड शो करेंगे।

इससे पहले 48 घंटे के भीतर टीएमसी में 9 इस्तीफे हो चुके थे। बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह का मानना है कि अगले साल जनवरी तक टीएमसी के 60 से 65 विधायक उनके साथ आ सकते हैं। इस बीच यह खबर भी आई है कि माकपा विधायक तापसी मंडल भी ‘कमल’ थामने जा रही हैं। 24 परगना के बैरकपुर विधानसभा क्षेत्र के टीएमसी विधायक शीलभद्र दत्ता और उत्तरी काठी से विधायक बनाश्री मैती ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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